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ब्रिटिश-इंडियन फिल्ममेकर संध्या सूरी ने अपनी फिल्म ‘संतोष’ में पुलिस और समाज पर तंज कसा है. विदेशों में सराही गई इस फिल्म को ऑस्कर और बाफ्टा नॉमिनेशन मिला, लेकिन इंडिया में सेंसर बोर्ड ने बैन लगा दिया है. फिल्म…और पढ़ें
‘संतोष’ यूके की तरफ से ऑस्कर एंट्री थी.
हाइलाइट्स
- फिल्म ‘संतोष’ पर सेंसर बोर्ड ने बैन लगाया.
- सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कई कट्स की मांग की.
- मेकर्स ने सेंसर बोर्ड की मांगों को ठुकराया.
नई दिल्ली. ब्रिटिश-इंडियन फिल्ममेकर संध्या सूरी ने अपनी फिल्म ‘संतोष’ के जरिए पुलिस और समाज पर करारा तंज कसा. उनकी इस फिल्म को विदेशों में खूब सराहा गया. फिल्म ने न सिर्फ ऑडियंस बल्कि क्रिटिक्स के भी रौंगटे खड़े कर दिए. यूके की तरफ से ये फिल्म ऑस्कर के लिए इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी में ऑफिशियल एंट्री थी. इसके साथ ही ‘संतोष’ को बाफ्टा नॉमिनेशन भी प्राप्त हुआ था, लेकिन इंडिया में फिल्म की रिलीज का रास्ता आसान नहीं है. इंडिया के सेंसर बोर्ड (सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन) ने फिल्म ‘संतोष’ की रिलीज पर बैन लगा दिया है.
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक इंडिया में फिल्म की रिलीज के लिए सेंसर बोर्ड ने मेकर्स से कई कट की डिमांड की है. ‘संतोष’ पुलिस और सिस्टम पर व्यंग है. इसमें सिस्टम में प्रचलित भ्रष्टाचार और भेदभाव दिखाया गया है. फिल्म दिखाती है कि कैसे पुलिस का पावर का गलत इस्तेमाल करना भारत में एक आम बात है. इसके साथ ही ‘संतोष’ बेहतरीन तरीके से दर्शाती है कि कैसे हमारे देश में न्याय के लिए दलितों को हवलदार से लेकर एसपी तक दर-दर की ठोकर खानी पड़ती है.
सिस्टम पर व्यंग है ‘संतोष’
संध्या सूरी द्वारा निर्देशित ”संतोष” में जातिगत भेदभाव, पुलिस की बर्बरता, यौन हिंसा और इस्लामोफोबिया जैसे संवेदनशील सामाजिक मुद्दों पर सवाल उठाया गया है. फिल्म ने पुलिस की इमेज को लेकर भी कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं जो भारत में उसकी रिलीज के लिए मुसीबत बन गई है. सीबीएफसी ने मेकर्स से फिल्म में कई कट लगाने की मांग की है और मेकर्स ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया है.
मेकर्स ने फिल्म पर कट लगाने से किया इनकार
फिल्म में लीड रोल में नजर आई एक्ट्रेस शहाना गोस्वामी ने इंडिया टुडे डिजिटल को बताया, ‘सेंसर बोर्ड ने फिल्म की रिलीज के लिए कुछ बदलावों की सूची दी है, लेकिन हमारी टीम इन कट्स से सहमत नहीं है क्योंकि इससे फिल्म बहुत बदल जाएगी. इसलिए, यह एक स्पीडब्रेकर है और इसी वजह से शायद फिल्म भारत में थिएटर में रिलीज नहीं हो पाएगी.”
गोस्वामी ने यह भी बताया कि फिल्म को स्क्रिप्ट स्तर पर मंजूरी मिल चुकी थी और अब इसे अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, “यह दुखद है कि कुछ ऐसा जिसे स्क्रिप्ट स्तर पर सेंसर की मंजूरी मिल चुकी थी, उसे रिलीज के लिए इतने कट्स और बदलावों की जरूरत है.”