फिल्म इंडस्ट्री में आज एक बढ़कर एक फाइनेंसर और प्रोड्यूसर्स हैं. यहां तक एक्टर्स भी प्रोड्यूसर बन फिल्मों में निवेश कर रहे हैं. लेकिन एक वक्त था जब फिल्मों पर लोग सोच समझकर पैसा लगाता था. फिल्में फ्लॉप होने पर फाइनेंसर को भारी नुकसान होता था, तो छोटे हीरो या छोटे बजट की फिल्मों पर पैसा नहीं लगाते थे. तब उस लोग क्राउड फंड के जरिए भी फिल्में बनाने की कोशिश करते थे.
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