नई दिल्ली. परिणीति चोपड़ा जहां भक्ति भाव में लीन हैं. वहीं उनके पति AAP एमपी राघव चड्ढा ने सदन में पायरेसी का मुद्दे पर बात की. राघव चड्ढा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए पायरेसी मुद्दे की ओर सभी का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि हालात इतने खराब हैं कि ऑनलाइन पायरेसी में 62% की वृद्धि हुई है. एक साल पहले हमने सिनेमैटोग्राफ बिल पारित किया था लेकिन ऑनलाइन पायरेसी के खिलाफ कोई ठोस तंत्र नहीं है. यह बिल केवल मल्टीप्लेक्स में एंटी-कैम रिकॉर्डिंग पर केंद्रित है. उन्होंने सरकार से उठाए गए कदम के बारे में पूछा.
राघव चड्ढा ने अपने पोस्ट में लिखा ‘पायरेसी एक बड़ी समस्या है. यह प्लेग है जो फिल्म उद्योग और अब ओटीटी जगत में भी फैल चुकी है. फिल्म उद्योग को पायरेसी के कारण सालाना 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. महामारी के दौरान ऑनलाइन पायरेसी में 62% की वृद्धि देखी गई. ‘
राघव चड्ढा ने आगे कहा, ‘हमने एक साल पहले सिनेमैटोग्राफ़िक (संशोधन) विधेयक पारित किया था, लेकिन इसमें ऑनलाइन पायरेसी के खिलाफ कोई ठोस तंत्र नहीं है. यह मुख्य रूप से मल्टीप्लेक्स में एंटी-कैम रिकॉर्डिंग पर केंद्रित है. अंत में, उन्होंने सरकार से एक सवाल पूछा, “जैसे-जैसे हम डिजिटल होते जा रहे हैं और प्लेटफ़ॉर्म पर ज़्यादा फ़िल्में स्ट्रीम की जा रही हैं. OTT पर डिजिटल पायरेसी को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं? क्या सरकार के पास इस मुद्दे के लिए समर्पित कानून लाने की कोई योजना है?