आंबेडकर की जयंती पर पत्रकारों से बात करते हुए खड़गे ने देश भर में जाति जनगणना की आवश्यकता पर बल दिया और साथ ही निजी शिक्षण संस्थानों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि संविधान आंबेडकर की ओर से नागरिकों को एक उपहार है क्योंकि यह उन्हें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का अधिकार देता है।
उन्होंने कहा, “हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्र में हमने इसे आगे बढ़ाया और सामाजिक न्याय के विचारों पर जोर दिया है।” खड़गे ने कहा, “जाति जनगणना जरूरी है। केंद्र सरकार 2011 जनगणना के आधार पर योजनाएं बना रही है, जबकि 2021 की जनगणना का कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारी मांग है कि जनगणना के साथ ही जाति जनगणना भी कराई जाए क्योंकि अभी तक नहीं पता चल पाया कि कौन से समुदाय के लोग किन क्षेत्रों में आगे आए। जाति जनगणना के आंकड़े के आधार पर आगे की योजना बना सकते हैं।”