बाराबंकी: हमारे देश के ज्यादातर किसान अब धीरे-धीरे परंपरागत खेती से हटकर फलों की बागवानी वाली फसलों की तरफ ध्यान दे रहे हैं, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो सके. दरअसल, कई बार इन फसलों पर निर्भर होने के कारण उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में किसान अब पारंपरिक तौर पर होने वाली खेती के साथ-साथ केले की खेती करने पर भी जोर दे रहे हैं. केले की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है. क्योंकि इसकी बाजार में साल के 12 महीने डिमांड रहती है. यह बाजारों में अच्छे रेट में जाता है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा भी होता है.
बाराबंकी के तिलोकपुर के रहने वाले युवा किसान मोनू यादव ने केले की खेती की है. उन्हें लागत के हिसाब से अच्छी आय हों रही है. जिसके लिए वह कई सालों से केले की खेती कर लाखों रुपये का मुनाफा कमा रही हैं. युवा किसान केले की खेती से एक फसल पर दो से ढाई लाख रुपए का मुनाफा कमा रहा है.
जानें किसान ने क्या कहा
केले की खेती करने वाले युवा किसान मोनू यादव ने लोकल 18 से बताया कि वैसे तो वह ज्यादातर सब्जियों की खेती करते हैं, जिसमें आलू, टमाटर, मटर आदि है. ऐसे में इधर 2-3 सालों से केले की खेती कर रहे हैं. क्योंकि केले की खेती से जो मुनाफा होता है. वह अन्य फसलों से कहीं ज्यादा है. इस समय उनके पास 3 बीघे में जी 9 कंपनी का केला लगा है, जिसमे उन्हें अच्छा फायदा हो रहा है.
1 बीघा में लागत आती है 25 हजार
इस खेती में जो लागत है. वह करीब एक बीघे में 25 हजार रुपए आती है. साथ ही मुनाफा करीब दो से ढाई लाख रुपए का होता है. यह जो उनका केला है. यह अन्य केले के मुकाबले अच्छी पैदावार होती है. यह खाने में भी काफी मिठा होता है और इसकी मोटाई और लंबाई भी काफी अच्छी होती है. इसलिए इसकी मांग काफी ज्यादा है. इसका जो पौधा होता है. वह बाहर से मंगाते हैं. जहां 17 रुपए में एक पौधा दिया जाता है. इसको एक बार लगाने के बाद 3 सालों तक फसल मिलती रहती है.
जानें कितने दिनों में तैयार होता है केला
वहीं, इसकी खेती करना काफी आसान है. सबसे पहले खेत की दो से तीन बार जुताई करते है. इसके बाद करीब 4 फिट की दूरी पर गड्ढे खोदे जाते हैं, जो की लाइन टू लाइन रहते हैं. फिर इसमें वर्मी कंपोस्ट खाद डाली जाती है. उसके बाद केले के पौधे लगाए जाते हैं. इसकी सिंचाई बराबर की जाती है, जिससे पेड़ जल्दी तैयार हो जाते हैं. वहीं, केले का पेड़ लगाने के बाद लगभग 12 से 14 महीने में फसल तैयार हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED : December 12, 2024, 08:29 IST