नई दिल्ली. ऑलराउंडर की हैसियत से इस प्लेयर ने 11 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट खेला. शॉर्टर फॉर्मेट के बेहतरीन प्लेयर्स में इसकी गिनती होती थी लेकिन इसका टेस्ट करियर बेहद छोटा रहा. बांग्लादेश के आलोक कपाली (Alok Kapali) जुलाई 2002 से मार्च 2006 के बीच इसने 17 टेस्ट खेले और 584 रन बनाने के अलावा 6 विकेट हासिल किए. मजे की बात यह है कि हासिल किए गए इन 6 विकेट्स में ही इसके नाम एक हैट्रिक दर्ज है. यह हैट्रिक इसने तीन रन (3/3) देकर ही हासिल की थी यानी एक टेस्ट की एक पारी में हैट्रिक के तीन विकेट लेने के अलावा शेष 18 टेस्ट पारियों में इसे महज तीन विकेट हासिल हुए.
दाएं हाथ से बैटिंग और लेग ब्रेक बॉलिंग करने वाले कपाली ने अगस्त 2003 में पाकिस्तान के खिलाफ रिकॉर्ड बनाते हुए यह हैट्रिक हासिल की थी. पाकिस्तान के खिलाफ (Bangladesh Vs Pakistan) पेशावर टेस्ट में हैट्रिक लेकर वे टेस्ट क्रिकेट में ऐसा बांग्लादेश के पहले और दुनिया के सबसे कम उम्र के गेंदबाज बने थे. कपाली ने जब यह रिकॉर्ड बनाया तो उनकी उम्र 19 वर्ष 240 दिन थी.उन्होंने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज अब्दुल रज्जाक (20 साल 202 दिन, बनाम श्रीलंका) को तोड़ा था.
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दो ओवर में पूरी हुई हैट्रिक, शब्बीर-कनेरिया-गुल बने थे शिकार
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच की इस सीरीज के दूसरे टेस्ट में कपाली ने पाकिस्तान की पहली पारी में 2.1 ओवर में महज 3 रन देकर तीन ही विकेट लिए थे.यह तीनों विकेट लगातार गेंदों पर लिए गए थे. अपने दूसरे ओवर की पांचवीं और छठी गेंद पर शब्बीर अहमद और दानिश कनेरिया को आउट करने के बाद उन्होंने अपने अगले यानी तीसरे ओवर की पहली गेंद पर उमर गुल को आउट किया था.कपाली ने शब्बीर को मशरफे मुर्तजा के हाथों कैच कराने के बाद कनेरिया और गुल को LBW करते हुए हैट्रिक पूरी की थी. पाकिस्तान ने इस टेस्ट में 9 विकेट से जीत हासिल की थी.
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2020 तक कायम रहा आलोक कपाली का रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम उम्र में हैट्रिक का कपाली का यह रिकॉर्ड 2020 तक कायम रहा. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज नसीम शाह ने फरवरी 2020 में 16 वर्ष 359 दिन की उम्र में हैट्रिक लेकर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया. मजे की बात यह रही कि बांग्लादेशी गेंदबाज कपाली ने अपना रिकॉर्ड पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था और पाकिस्तानी गेंदबाज शाह ने बांग्लादेश के खिलाफ यह रिकॉर्ड तोड़कर हिसाब बराबर कर दिया.नसीम ने बांग्लादेश की दूसरी पारी के दौरान पारी के 41वें ओवर की चौथी गेंद पर नजमुल हसैन शंतो (LBW), पांचवीं गेंद पर ताइजुल इस्लाम (LBW) और छठी गेंद पर महमूदुउल्ला (कैच हारिस सोहेल) को आउट करके हैट्रिक मुकम्मल की थी. उन्होंने इस पारी में 8.2 ओवर में 26 रन देकर 4 विकेट लिए थे और पाकिस्तान को पारी की जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.
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69 वनडे और 7 टी20I मैच भी खेले
बांग्लादेश टीम के हिंदू क्रिकेटर आलोक कपाली की बात करें तो फरवरी 2006 में श्रीलंका के चिटगांव के साथ उनके टेस्ट करियर पर विराम लग गया लेकिन वे 2011 तक वनडे और टी20 इंटरनेशनल खेलते रहे. कपाली ने 69 वनडे में एक शतक की मदद से 1235 रन बनाने के अलावा 24 विकेट (सर्वश्रेष्ठ 3/49) लिए जबकि 7 टी20I में 57 रन और दो विकेट उनके नाम पर दर्ज हैं.
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भारत के खिलाफ जड़ा था एकमात्र वनडे शतक
आलोक कपाली ने अपना एकमात्र वनडे शतक भारत के खिलाफ ही जड़ा था. 28 जून 2008 को कराची में एशिया कप के सुपर 4 मैच में उन्होंने छठे क्रम पर बैटिंग करते हुए 96 गेंदों पर 10 चौकों और पांच छक्कों की मदद से 115 रनों की तूफानी पारी खेली थी.इस दौरान उन्होंने अपना अर्धशतक 65 गेंदों पर तीन चौकों व दो छक्कों और शतक 86 गेंदों पर आठ चौकों व पांच छक्कों की मदद से पूरा किया था.यह कपाली का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि हैट्रिक की तरह वनडे में शतक की उपलब्धि वाले इस मैच में भी बांग्लादेश को हार का सामना करना पड़ा. पहले बैटिंग कर बांग्लादेश की ओर से रखे गए 284 रनों के टारगेट को टीम इंडिया ने गौतम गंभीर के 90 और प्लेयर ऑफ द मैच सुरेश रैना के नाबाद 116 रनों की मदद से 43.2 ओवर में 3 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया था.
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बागी ICL से जुड़ने के कारण करियर पर हुआ असर
इस शतक को लगाने के कुछ ही समय बाद कपाली, भारत की बागी क्रिकेट लीग ICL (इंडियन क्रिकेट लीग) से जुड़ गए.इस टूर्नामेंट में एक शतक भी लगाया लेकिन देश के बजाय आईसीएल की तरजीह देने के लिए उनकी आलोचना हुई. इस कारण बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने उन पर बैन भी लगाया लेकिन आईसीएल छोड़ने के बाद इसे हटा लिया गया.अप्रैल 2011 में कपाली की बांग्लादेश टीम में वापसी हुई लेकिन ज्यादा समय अपना स्थान बरकरार नहीं रख सके. इसी साल दिसंबर में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे के बाद उनके इंटरनेशनल करियर पर ‘फुलस्टॉप’ लग गया.
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FIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 09:03 IST