अयोध्या: केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में आज वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन से जुड़े दो अहम विधेयकों को पेश किया. वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन विधेयक के पेश होते ही लोकसभा में हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद रिजिजू ने बताया कि सरकार ने वक्फ (संशोधन) विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति (JPC) को भेज दिया है. इस विधेयक को लेकर अयोध्या के मुस्लिम समाज और साधु-संतों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. साधु-संतों के साथ मुस्लिम समाज के लोगों ने इस विधेयक का समर्थन किया है.
श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि संसद में आज वक्फ बोर्ड का विधेयक पेश हुआ, यह बहुत अच्छी बात है. वक्फ बोर्ड का विधेयक अत्यंत आवश्यक है और इसे जल्द से जल्द पास होना चाहिए ताकि इसका कानून बन सके. वक्फ में जितनी भी जमीनें हैं, उन्हें यह लोग बोर्ड की कहने लगे हैं. इसी प्रकार, कई मंदिर भी इस बोर्ड के अंतर्गत हैं, जो देश के लिए हानिकारक है. यह लोग बोर्ड की जमीन कहकर कई लोगों को दबाते हैं और कई गांव इस बोर्ड के नाम से हैं. इस वजह से जल्द से जल्द इस कानून को पास करना चाहिए.
सब सरकार की देखरेख में हो…
वहीं, बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि वक्फ बोर्ड का विधेयक आज सरकार ने पेश किया है. हमारा मानना है कि इस बोर्ड की जितनी भी संपत्ति है, वह सब सरकार की देखरेख में होनी चाहिए. अवैध कब्जों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए. इस बोर्ड में लोगों ने जितनी संपत्तियाँ दी हैं, वे इस उद्देश्य से दी हैं कि यह जमीन गरीब तबके के लोगों के काम आए. इस बोर्ड की जमीनों पर जो लोग नाजायज कब्जा किए हुए हैं, उन्हें सरकार जल्द से जल्द खाली कराए. हम इस विधेयक के समर्थन में हैं.
महंत राजू दास
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि इस विधेयक के पेश होने से अयोध्या के साधु-संत और आम जनमानस काफी प्रसन्न हैं. हम इसका समर्थन करते हैं और प्रधानमंत्री मोदी का साधुवाद व्यक्त करते हैं. यह बोर्ड गैर-संवैधानिक संगठन है, जिसे कांग्रेस ने एक समुदाय को खुश करने के लिए बनाया था. अब उन्हें तकलीफ हो रही है, लेकिन हम सभी साधु-संत इस कानून के बनने से काफी खुश हैं.
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FIRST PUBLISHED : August 9, 2024, 09:12 IST