असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत 17 लोगों को असम से बाहर निकाला गया है। इसमें नौ बड़े और आठ बच्चे शामिल हैं। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर पोस्ट करके इस बारे में जानकारी दी है।
असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत 17 लोगों को असम से बाहर निकाला गया है। इसमें नौ बड़े और आठ बच्चे शामिल हैं। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर पोस्ट करके इस बारे में जानकारी दी है। मुख्यमंत्री ने लिखा है कि घुसपैठ के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जा रहा है। असम पुलिस ने नौ बांग्लादेशियों और आठ बच्चों को बाहर निकाला। हिमंता ने अपनी पोस्ट में इनके नाम भी लिखे हैं। इसके मुताबिक इन बांग्लादेशियों के नाम, हारुल लमीन, उमई खुनसुम, मोहम्मद इस्माइल, संसीदा बेगम, रुफिया बेगम, फातिमा खातून, मोजूर रहमान, हाबी उल्लाह और सोबिका बेगम हैं।
इससे पहले पांच सितंबर को अधिकारियों ने पांच बांग्लादेशियों को पकड़ा था। यह सभी असम के करीमगंज जिले से अवैध ढंग से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। तब भी मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करके उनके बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा था कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर चौकन्नी पुलिस ने घुसपैठ के प्रयासों को नाकाम कर दिया। तब बांग्लादेशी नागरिकों को बाहर निकाल दिया गया था।
बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। बांग्लादेश में शेख हसीना के जाने के बाद काफी हिंसा हुई थी। इसके बाद वहां से काफी लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। यह लोग भारत में सीमावर्ती राज्यों में पनाह ले रहे हैं। इस माहौल को देखते हुए असम पुलिस भी हाई अलर्ट पर है। डीजीपी जीपी सिंह ने इस बारे में जानकारी दी है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार इस बात को लेकर काफी सख्त है कि भारत में बांग्लादेश से कोई भी शरणार्थी न आने पाए। इसको लेकर बीएसएफ ने बांग्लादेश से लगी 92 किलोमीटर की सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। असम पुलिस भी इसमें प्रदेश की सीमा पर बीएसएफ का साथ दे रही है।