अक्सर जब हम अपने देश के किसी गांव का नाम सुनते हैं तो दिमाग में कच्चे-पक्के मकान, कच्ची सड़कें और आसपास घूमते मवेशी जैसा दृश्य उभरता है। जहां गरीब लोग रहते हैं। लेकिन गुजरात का एक गांव ऐसा है जो पूरी तरह से संपन्न है। यहां के लोगों के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपए जमा हैं। यहां 17 बड़े बैंक की ब्रांच हैं। कई और बैंक भी अपनी ब्रांच खोलने के इच्छुक हैं। इस गांव की ज्यादातर आबादी पटेल समुदाय की है। इतना ही नहीं यहां पानी, स्वच्छता और रोड जैसी मूलभूत सुविधाएं भी हैं। अब आप सोच रहे होंगे की इस गांव का नाम क्या है। तो जनाब इस गांव का नाम माधापार है जो कच्छ जिले में आता है।
एशिया का सबसे अमीर गांव
कच्छ के माधापार को ‘पूरे एशिया का सबसे अमीर गांव’ कहा जाता है, जहां की आर्थिक समृद्धि किसी शहर से कम नहीं है। भुज के बाहरी इलाके में स्थित इस गांव के निवासियों के पास 7,000 करोड़ रुपये का फिक्सड डिपॉजिट है, जिससे पता चलता है कि वे कितने अमीर हैं। गांव में ज्यादातर पटेल समुदाय के लोग रहते हैं। इनकी आबादी 2011 में 17,000 थी जिसके अब बढ़कर करीब 32,000 होने का अनुमान है। इस गांव में 17 बैंक हैं जिसमें एचडीएफसी, एसबीआई, पीएनबी, एक्सिस, आईसीआईसीआई और यूनियन बैंक जैसे प्रमुख सार्वजनिक और निजी बैंक शामिल हैं। किसी गांव में इतने बैंक होना असामान्य है। हैरानी की बात यह है कि बहुत सारे अन्य बैंक यहां अपनी ब्रांच खोलने में दिलचस्पी रखते हैं।
समृद्धि का क्या है कारण
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इस गांव की समृद्धि का बड़ा कारण इसके एनआरआई (नॉन-रेसिडेंट इंडियन) परिवार हैं, जो हर साल लोकल बैंकों और डाकघरों में करोड़ों रुपये जमा करते हैं। गांव में करीब 20,000 घर हैं, लेकिन करीब 1,200 परिवार विदेश में रहते हैं। इनमें से ज्यादातर अफ्रीकी देशों में हैं। सेंट्रल अफ्रीका के कंस्ट्रक्शन बिजनेस में गुजरातियों का दबदबा है, जो इस क्षेत्र की बड़ी प्रवासी आबादी का हिस्सा हैं। इसके अलावा कई लोग यूके, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और न्यूजीलैंड में भी रहते हैं।
गांव में हैं सभी बुनियादी सुविधाएं
जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष पारुलबेन कारा के अनुसार, कई ग्रामीण विदेश में रहते और काम करते हैं, लेकिन वे अपने गांव से जुड़े हुए हैं और अपने पैसे को अपने घर की बजाय यहां के बैंकों में रखना पसंद करते हैं। गांव के एक नेशनलाइज्ड बैंक के स्थानीय बैंक मैनेजर ने कहा कि भारी जमाराशि ने इसे (गांव को) समृद्ध बना दिया है। यहां पानी, स्वच्छता और सड़क जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं हैं। मैनेजर ने बताया कि यहां बंगले, सरकारी और निजी दोनों तरह के स्कूल, झीलें और मंदिर हैं।