आदित्य कृष्ण /अमेठी: अमेठी में एक सिद्ध पीठ प्राचीन हनुमान मंदिर का पुराना इतिहास है. शताब्दी वर्ष प्राचीन इस मंदिर की बड़ी मान्यता है. लोग यहां दूर-दूर जगहों से दर्शन करने के लिए आते हैं. कहा जाता है कि यहां भक्तों की मुराद पूरी होती है.
ये मंदिर अमेठी जनपद के गौरीगंज जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर गौरीगंज सुल्तानपुर रोड पर गढा माफी गांव में स्थित है. इस मंदिर में बजरंगबली की प्रतिमा के अलावा भगवान शंकर, माता पार्वती, भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा के साथ अन्य छोटे-छोटे देवालय स्थापित हैं. मंदिर करीब 54 बीघे में बना हुआ है. दूर-दूर से दर्शन पूजन करने वाले भक्तों को जंगल की हरी भरी छटा अपनी और आकर्षित करती है. जंगल की हरी भरी वादियां लोगों को सुकून देती है. मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग आते हैं. वर्तमान समय में ज्येष्ठ माह चल रहा है, तो बजरंगबली के प्राचीन धाम पर लाखों की भीड़ होती है.
सवामनी लड्डू चढ़ाने की है मान्यता
प्राचीन मंदिर हनुमानगढ़ी धाम में भक्तों की अलग-अलग मान्यता है. फिलहाल यहां सवामनी लड्डू चढ़ाने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है. इसके साथ ही यहां पर भक्त अपनी अलग-अलग मान्यता लेकर आते हैं. कोई यहां पर मान्यता पूरी होने पर टिकरी चढ़ाता है, तो कोई भक्त यहां पर भंडारे का आयोजन मान्यता पूरी होने पर करता है.
हर भक्त का कष्ट हरते है बजरंगबली
मंदिर के पुजारी बताते हैं कि धीरू महाराज बताते हैं कि यह मंदिर अलौकिक शक्ति से परिपूर्ण है. मंदिर में इतनी आस्था है कि लोग यहां पर दूर-दूर से आते हैं. अमेठी उत्तर प्रदेश ही नहीं, कई अन्य प्रदेशों के लोग भी यहां पर दर्शन पूजन करने आते हैं. यहां पर सभी की मनोकामनाएं बजरंगबली पूरी करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : June 12, 2024, 17:58 IST
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