मेरठ: अभी तक आपने शोरूम में महंगी-महंगी गाड़ियां देखी होंगी. इन कार को खरीदने को लेकर भी लोगों में काफी क्रेज देखने को मिलता है, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. यहां 9 करोड़, 10 करोड़ से लेकर 23 करोड रुपए तक का भैंसा मौजूद है. ऐसे में लोकल-18 की टीम द्वारा पशुपालक से खास बातचीत की है.
नाम की तरह ही अनमोल है भैंसा
पशु प्रदर्शनी में आए विभिन्न पशुओं के प्रति लोगों में काफी क्रेज देखने को मिल रहा है. पशुपालक सुखबीर ने बताया कि उन्होंने अपने भैंसे का नाम अनमोल रखा है. क्योंकि विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनी और कंपटीशन में उनका भैंसा प्रथम आते हुए उनका नाम रोशन करता है. यही नहीं वह तो यह भी कहते हैं कि अब तक उनके अनमोलन भैंसे की कीमत 23 करोड़ पर लग चुकी है, लेकिन वह अपने अनमोल को बेचना नहीं चाहते हैं. क्योंकि यह उनके लिए नाम की तरह ही अनमोल है.
गोलू और विधायक भैंसे की है धूम
कृषि मेले में पिछले कई सालों से गोलू-2 भैंसा काफी धूम मचा रहा है, लेकिन अबकी बार उसके बेटे का भी जलबा कायम है. जिसको नाम विधायक दिया गया है. पशुपालक नरेंद्र ने बताया कि वह पिछले कई सालों से भैंस की नस्ल सुधार के लिए कार्य कर रहे हैं. इसके लिए भारत सरकार द्वारा उनको साल 2019 में पशुपालन के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए पद्म श्री अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है. वह बताते हैं कि उनका जो गोलू-2 भैसा है, उसकी कीमत 10 करोड़ रुपए लग चुकी है. वहीं, उसके बेटे विधायक की कीमत 9 करोड़ रुपए है.
सीमन की रहती है विशेष डिमांड
नरेंद्र बताते हैं कि उनका जो गोलू भैंसा है. वह अब तक हजारों की संख्या में अच्छी नस्ल के उत्तराधिकारी पैदा कर चुका है. क्योंकि जो इसका सीमन होता है. उसकी डिमांड देश भर के विभिन्न हिस्सों से देखने को मिलती है. ऐसे में जब भी वह मेले में जाते हैं, तो इसकी सीमन की बिक्री बड़ी मात्रा में होती है. उन्होंने बताया कि वह अपने इन पशुओं को संतान की तरह ही मानते हैं. क्योंकि उनके वजह से उन्हें विशेष पहचान मिली है.
45, 000 रुपए महीने का होता है खर्च
अनमोल, गोलू या विधायक भैसों की अगर बात की जाए तो इनके पशुपालक इन पर मोटा खर्चा करते हैं. इन तीनों के अगर डाइट की बात की जाए काजू, बादाम, देसी घी सहित विभिन्न प्रकार की चीजों का उपयोग करते हैं. जिससे कि यह स्वस्थ रहें. इतना ही नहीं इनके रहने के लिए जो रूम बनाए गए हैं. वह भी वातानुकूलित आधारित है. साथ ही जब यह इधर से उधर जाते हैं, तो जो इनके लिए जो गाड़ी उसे भी वातानुकूलित बनाया गया है, जिससे कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो. क्योंकि इनके सीमन के माध्यम से पशुपालक सालाना लगभग 40 लाख रुपए की कमाई कर लेते हैं.
युवा भी ले रहे हैं सेल्फी
बता दें कि इन सभी की कीमत सुनकर युवा भी आश्चर्यचकित दिखाई दे रहे हैं. वह सभी उनके साथ सेल्फी लेते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. स्टूडेंट मानसी बताती है कि अभी तक उन्होंने बड़ी-बड़ी गाड़ियों के साथ सेल्फी ली है, लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि यहां करोड़ों रुपए का भैसा आया है. वह भी अपनी फ्रेंड के साथ उनके साथ सेल्फी लेने आई है. जिससे कि सोशल मीडिया पर अपलोड कर सके.
Tags: Agriculture, Local18, Meerut news
FIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 12:21 IST