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Tuesday, October 1, 2024

सफेद कमीज, काली जींस और… 112 पर बोली लड़की- मैं सुनसान सड़क पर अकेली हूं, दौड़ी आई पुलिस, हकीकत जान उड़े होश

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में अंधेरी रात और सुनसान सड़क पर एक लड़की अकेली निकलती है. सफेद कमीज और ब्लैक जींस में लड़की एक ऑटो में सवार रहती है. अचानक वह इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल मिलाती है और कहती है- हेल्लो, मैं सुनसान सड़क पर अकेली हूं. प्लीज मेरी मदद कीजिए. इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंचती है. जब लड़की की सच्चाई जानती है तो पुलिस टीम के होश उड़ जाते हैं. जी हां, वह लड़की कोई और नहीं होती, बल्कि एसीपी यानी एडिशनल पुलिस कमिश्नर सुकन्या शर्मा रहती हैं.

सुकन्या शर्मा उत्तर प्रदेश के आगरा में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के पद पर तैनात हैं. उन्होंने रात के वक्त महिलाओं की स्थिति जानने के लिए यह किया. वह महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए रात में सादे कपड़ों में सड़कों पर निकलीं और इस दौरान उन्होंने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर पुलिस से मदद भी मांगी. आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को बताया कि आगरा के एत्मादपुर में सहायक पुलिस आयुक्त के पद पर तैनात सुकन्या शर्मा शनिवार देर रात सफेद कमीज और काली जींस पहनकर बाहर निकलीं और ऑटो रिक्शा पर सवार हुई. बाद में उन्होंने ‘112’ पर फोन करके मदद मांगते हुए कहा कि वह सुनसान सड़क पर अकेली हैं, क्या उन्हें मदद मिल सकती है.

सुकन्या शर्मा का मकसद महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की मुस्तैदी को जांचना था. बहरहाल, फोन पर तुरंत कार्रवाई हुई और 10 मिनट के अंदर पुलिस नियंत्रण कक्ष की टीम मौके पर पहुंची तो सहायक पुलिस आयुक्त सुकन्या शर्मा को सामने देखकर हैरान रह गई. नियमों के तहत, रात 10 बजे से सुबह छह बजे के बीच अगर कोई महिला किसी ऐसी जगह फंसी हो, जहां से उसे वाहन नहीं मिल सकता है तो वह पुलिस से मदद मांग सकती है. इसी की जांच के लिए शर्मा ने रात साढ़े 11 बजे पुलिस नियंत्रण कक्षा में फोन किया.

सपा के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सहायक पुलिस आयुक्त के इस प्रयास की सराहना की. समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शर्मा की इस कोशिश को ‘‘प्रशंसनीय प्रयास’’ करार दिया और कहा कि ऐसे ‘मॉक-कॉल’ समय-समय पर होते रहें तो पुलिस-प्रशासन सजग और सचेत रहेगा. उन्होंने रविवार देर रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ‘महिला सुरक्षा सुशासन की प्रथम परीक्षा होती है. यदि समाजवादी पार्टी के समय में महिला सुरक्षा के लिए शुरू किये गये आपातकालीन नंबर ‘1090’ व ‘100’ को भाजपा सरकार में अच्छी तरह चलाया और बढ़ाया जाता तो आज महिला सुरक्षा को लेकर किसी ज़िम्मेदार अधिकारी को आशंका से भरा कॉल न करना पड़ता.’

Tags: Agra news, UP news, Uttar pradesh news



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