गुजरात के सीनियर सिविल जज को हाईकोर्ट के निर्देशन पर निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद उनका नाम एफआईआर में सामने आया है। ये रहा हालिया मामला।
गुजरात हाईकोर्ट के निर्देश पर वडोदरा के एक सीनियर सिविल जज को पहले सस्पेंड किया जा चुका है। अब उनका नाम छोटा उदेपुर जिला के बोडेली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एक एफआईआर में सामने आया है। उनके ऊपर अतिक्रमण और चोरी का आरोप लगा है। इनका नाम ए आर पाठक है। वे बोडेली कोर्ट में प्रिंसिपल सीनियर सिविल जज के पद पर तैनात थे।
30 सितंबर को उनके साथ-साथ दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनके ऊपर आरोप है कि ये कोर्ट के सील बंद कमरे में दाखिल हुए और कुछ जरूरी कागजात अपने साथ घर ले गए। छोटा उदेपुर जिला रजिस्ट्रार जयदीप शाह ने शिकायत में बताया कि वह 17 सितंबर को उनके खिलाफ कुछ आरोपों को लेकर सस्पेंशन ऑर्डर देने गए थे। पाठक 6:10 मिनट पर कोर्ट छोड़कर चले गए थे। वे अपने साथ 11 बंडल भी ले गए थे। इसके बाद मेरी मौजूदगी में कमरा को सील कर दिया गया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार एफआईआर में कहा गया है कि न्यायिक अधिकारी के चैंबर, कोर्टरूम और स्टाफ रूम की चाबियां चपरासी गोपाल राठवा के पास थीं। उन्होंने इन्हें बोडेली के दूसरे अतिरिक्त न्यायाधीश को सौंप दी थीं। इसके बाद 18 सितंबर को रजिस्ट्रार को फोन पर सूचना मिली कि न्यायिक अधिकारी के चैंबर, कोर्ट रूम और स्टाफ रूम की सील लगे ताला को तोड़ दिया गया है।
इसके बाद जयदीप शाह ने प्रिंसिपल डिस्ट्रिक जज को इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस मामले में जांच करने को कहा। इसके बाद रजिस्ट्रार ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है कि पाठक, गोपाल राठवा और होम गार्ड सुभाष राठवा ने अवैध प्रवेश के लिए सील तोड़ दी है। रजिस्ट्रार ने अपनी बात की पुष्टि के लिए सीसीटीवी फुटेज और कोर्ट रूम के स्टाफ के बयानों का हवाला दिया था।