नई दिल्ली
भारत में दुनिया का सबसे बड़ी टीकाकरण शुरू हुए तीन दिन हो गए। इस दौरान 3.8 लाख लोगों को कोविड टीका लगाया गया, जिनमें से 580 प्रतिकूल प्रतिक्रिया के मामले सामने आए हैं। सात लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो लोगों की मौत हुई है, लेकिन इन मौतों को वैक्सीन से कोई संबंध नहीं है। केंद्र सरकार ने यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में सोमवार शाम एक मौत होने की जानकारी मिली थी। सरकार अस्पताल के वार्ड ब्वॉय 46 वर्षीय महिपाल सिंह को 24 घंटे पहले वैक्सीन डोज दी गई थी। जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा, महिपाल की मृत्यु टीकाकरण से संबंधित नहीं है। राज्य सरकार ने कहा, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियो-पल्मोनरी डिसीज बताया गया है। महिपाल के परिवार के मुताबिक, कोविड वैक्सीन डोज लगाए जाने से पहले उनकी तबीयत खराब थी।वहीं कर्नाटक के बेल्लारी में हुई दूसरी मौत के मामले में अभी पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आनी बाकी है।कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि व्यक्ति की मौत हार्ट अटैक से हुई। वह डायबिटीज का मरीज था। सरकार ने बयान में कहा, 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू होने के बाद प्रतिकूल असर के अब तक 580 मामले आए हैं। दिल्ली में तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो को छुट्टी मिल चुकी है और एक को मैक्स अस्पताल, पटपडगंज में निगरानी में रखा गया है। अधिकारी ने कहा, उत्तराखंड में एम्स ऋषिकेश में एक व्यक्ति को भर्ती कराया गया और उसकी हालत स्थिर है। छत्तीसगढ़ में एक व्यक्ति को निगरानी में रखा गया है, जबकि कर्नाटक में दो लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अतिरिक्त सचिव ने कहा, टीके के गंभीर दुष्प्रभाव के मामले अब तक नहीं आए हैं।