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Thursday, January 23, 2025

बॉडी शेमिंग और मेंटल हेल्‍थ का गहरा है कनेक्‍शन, फेमस सेलिब्रिटीज भी हो चुके शिकार, जानें इससे उबरने के तरीके

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Impact of body shaming on mental health: बॉडी शेमिंग का मेंटल हेल्‍थ पर बहुत गहरा और निगेटिव प्रभाव पड़ता है. जब किसी इंसान को उसकी बॉडी के कारण बार-बार आलोचना या मजाक का सामना करना पड़ता है, तो यह उसकी भावनात्मक स्थिरता को प्रभावित करती…और पढ़ें

आईने में देखकर खुद से कहें- “मैं जैसा हूं, अच्छा हूं.”Image: Canva

Tips to cope with body shaming: बॉडी शेमिंग का मतलब है किसी के शरीर या रंग-रूप को लेकर मजाक बनाना या आलोचना करना. यह न सिर्फ किसी को दुखी करता है, बल्कि उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है. कई बार लोग इससे इतना परेशान हो जाते हैं कि उनका आत्मविश्वास टूट जाता है, और वे डिप्रेशन या चिंता जैसी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं. यहां तक कि कई बड़े सेलिब्रिटीज भी इसे झेल चुके हैं. यहां हम बता रहे हैं कि बॉडी शेमिंग से दिमाग पर क्या असर पड़ता है और इससे उबरने के लिए आप क्या कर सकते हैं.

क्‍या है बॉडी शेमिंग- बॉडी शेमिंग एक प्रकार से बुली करने का तरीका है जिसमें किसी के शारीरिक रूप-रंग या आकार के बारे में बुरी बातें सुनाई जाती है. यह बातें अपमानजनक होती हैं और किसी के लिए भी यह शर्मिंदगी का कारण बन सकता है. हालांकि, यह हमेशा साफ तौर पर दिखाई नहीं देता, क्योंकि यह कभी-कभी बिना इरादे के या इंडायरेक्‍ट रूप से भी हो सकता है, जिस वजह से इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है.

सेलिब्रिटीज को हो चुके हैं शिकार- बॉडी शेमिंग सिर्फ आम लोगों तक सीमित नहीं, फेमस सेलिब्रिटीज भी इसका शिकार होते रहे हैं. चाहे बात अनन्या पांडे के ‘स्किनी’ दिखने पर किए गए कमेंट्स की हो या मसाबा गुप्ता को उनके रंग और लुक्स के लिए सुनाई गईं बातें.  ऐसे कमेंट्स किसी के भी आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. हेल्‍थलाइन के मुताबिक, बॉडी शेमिंग से न केवल आत्मसम्मान पर चोट लगती है, बल्कि डिप्रेशन, एंग्जायटी और ईटिंग डिसऑर्डर जैसी गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा हो सकता है.

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बॉडी शेमिंग को इस तरह करें डील- बॉडी शेमिंग का सामना करने के बाद खुद को इन बातों से उबारना मुश्किल, लेकिन बहुत जरूरी प्रक्रिया है. यह न केवल आत्मविश्वास को दोबारा बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी स्थिर करता है. खुद को बॉडी शेमिंग के प्रभाव से इस तरह निकालें बाहर-
– अपने शरीर को उसी रूप में स्वीकार करें जैसा वह है. अपने अच्‍छे गुणों और क्षमताओं पर ध्यान केंद्रित करें. आईने में देखकर खुद से कहें: “मैं जैसा हूं, अच्छा हूं.”
– मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए मेडिटेशन और रिफ्लेक्शन का सहारा लें.
-आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए कदम उठाएं. अपने शौक और रुचियों को समय दें.
-दूसरों की परवाह करना कम करें. यह समझें कि हर किसी की राय मायने नहीं रखती.

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– जब भी कोई नकारात्मक टिप्पणी करे, उसे नजरअंदाज करने की कोशिश करें. जरूर तड़े तो उसे डायरेक्‍ट टोक दें.
– सोशल मीडिया पर ऐसे कंटेंट को फॉलो करें जो बॉडी पॉजिटिविटी को बढ़ावा देते हैं. बॉडी पॉजिटिविटी या सेल्फ-लव से जुड़े सपोर्ट ग्रुप्स का हिस्सा बनें.
– ऐसे काम करें जो आपको सशक्त महसूस कराते हैं, जैसे नई चीज़ें सीखना या अपने करियर पर ध्यान देना.

याद रखें, आपका मूल्य आपकी शारीरिक बनावट से नहीं, बल्कि आपके व्यक्तित्व, क्षमताओं, और अच्‍छेपन से तय होता है. हर इंसान अपने आप में स्‍पेशल है और यही उसे दूसरों से अलग और अनोखा बनाता है. इसलिए आप खुद को बॉडी शेमिंग के निगेटिव प्रभावों में न आने दें.

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