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Sunday, December 22, 2024

'वो कितनी बेवकूफ है?' न्यू मॉम्स को लेकर Ex एक्ट्रेस ने कहीं ऐसी बात, गुस्साए नेटिजंस ने लगा दी क्लास

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नई दिल्ली. एक्स एक्ट्रेस सना खान को डिप्रेशन के बारे में कुछ ऐसा कह दिया, जिसके बाद उन्हें इंटरनेट पर गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. फिल्मी पर्दे से दूर होकर सना सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है. अपने व्लॉग्स के जरिए वह लोगों के कनेक्ट रहती हैं. हाल ही में उन्होंने अपने व्लॉग में न्यू मॉम्स के पोस्टपार्टम डिप्रेशन के बारे में बात की. उन्होंने न्यू मॉम्स से रिक्वस्ट की कि वह इसके बारे में लगातार याद न दिलाकर डिप्रेशन से निपटे. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने खुद पोस्टपार्टम डिप्रेशन का अनुभव किया है.

सना खान ने अपने व्लॉग में कहा, ‘अगर नई मांएं पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जूझ रही हैं तो इसके बारे में ज्यादा ना सोचें. इसे जाने दें, क्योंकि आखिरी में ये आपकी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है. ये मुश्किल है. लाइफ स्टाइल बदल जाती है. अचानक आपके बगल में एक नया शख्स होता है, जो रोता हुआ उठता है. आपकी नींद की साइकिल बदल जाता है… मैंने भी ऐसी ही कई चीजें देखीं और महसूस की है.’

जब आप खुद से कहते हैं आप उदास हैं तो…
सना ने आगे कहा, ‘ मुझे याद है कि बच्चे को दूध पिलाते समय मुझे थकान महसूस होती थी और खुराक भी कम हो जाती थी. यह बहुत सामान्य है, घर पर 100 लोग होने पर भी व्यक्ति अकेलापन महसूस कर सकता है.मैं भी उससे गुजर चुकी हूं. लेकिन जब आप लगातार अपने आप से कहते हैं कि आप उदास हैं, तो कहीं न कहीं आपको इसका एहसास होने लगेगा. इसे दूर करने की कोशिश करें, अपनी आध्यात्मिकता में सुधार करने का कोशिश करें.’

सोशल मीडिया पर लोग बोले- अपनी मुंह बंद ही रखो
हालांकि, कई सोशल मीडिया यूजर्स को सना खान की बात पसंद नहीं आई. कई रेडिट यूजर्स ने मेंटल हेल्थ के लिए ऐसे नजरिये की आलोचना की. एक यूजर ने लिखा- ‘वो कितनी बेवकूफ है?’ वो ध्यान आकर्षित करने के लिए ये बेतुकी बातें कहती और करती है. लोगों को उसे अटेंशन देना बंद करना होगा, जो वह चाहती है.’ एक दूसरे यूजर ने लिखा- ‘उन्हें या किसी XYZ सेलिब्रिटी को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात क्यों करनी पड़ती है जब वे पेशेवर नहीं हैं? किसने उनकी राय पूछी?’. एक अन्य ने लिखा- ‘यह बहुत बुरा है!! जैसे किसी टूटे हुए पैर वाले को बताना? इसके बारे में मत सोचो, बस इसे छोड़ दो.’ एक अन्य ने लिखा- अब एक दशक से डिप्रेशन से जूझ रहा हूं..अब मुझे बताएं कि सालों तक ‘मुझे कुछ नहीं हुआ है’, ‘मुझे कुछ नहीं हुआ है’, ‘मुझे कुछ नहीं हुआ है’ जैसे सोचने से मुझे इससे बाहर निकलने में मदद क्यों नहीं मिली? यदि आपमें सामान्य ज्ञान की कमी है तो स्वयं को शिक्षित करें वरना चुप ही रहो.

Tags: Sana Khan



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