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Sunday, January 12, 2025

क्या होता है साफ खाना जिनसे नहीं होती है क्रोनिक बीमारियां, बन गया है तगड़ा हेल्थ ट्रेंड, पॉपुलर कैटगरी में ये फूड

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Clean Eating Foods: भारत क्रोनिक डिजीज के पहाड़ पर चढ़ गया है. यहां 22 करोड़ लोगों को हाई ब्लड प्रेशर है जबकि 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को डायबिटीज है. मुश्किल यह है कि इनमें आधे को पता भी नहीं कि उन्हें हाई बीपी या डायबिटीज है. अन्य क्रोनिक बीमारियों के मरीजों की संख्या में भी कोई कमी नहीं है. इन क्रोनिक बीमारियों के कारण लोगों में सतर्कता बढ़ी है और कुछ लोग अपनी हेल्थ को लेकर जागरूक होने लगे हैं. इसी वजह से 2024 में क्लीन इटिंग का ट्रेंड सबसे ज्यादा रहा. क्लीन इटिंग या साफ खाना हेल्थ के प्रति सतर्क लोगों के लिए मुफीद चीज है. अगर इन चीजों का रेगुलर सेवन किया जाए तो इन क्रोनिक बीमारियों से बचा जा सकता है. आइए जानते हैं कि ये क्लीन इटिंग होता क्या है.

क्या होता है क्लीन इटिंग
टीओआई की खबर के मुताबिक क्लीन इटिंग का मतलब होता है और आपकी डाइट में ऐसी चीजें जो एकदम नेचुरल हो. इसमें रिफाइंड फूड या प्रोसेस फूड को शामिल नहीं किया जाता है. जैसे कोई अनाज है तो उसे सिर्फ साधारण मशीन में पिसकर बारीक बनाया जाता है और उसका सेवन किया जाता है. इसमें कुछ भी अतिरिक्त मिलाया नहीं जाता है न ही इसे गर्म कर प्रोसेस किया जाता है. जब आप गेहूं, मक्का, ज्वार, बाजरा, रागी आदि को साधारण कोल्ड प्रेस मशीन में पिसवाएंगे तो यह कुदरती डाइट है. इसका सीधा मतलब यह हुआ कि हमारे पूर्वज जिस तरह का भोजन करते थे, हमें वहीं भोजन करना है. एक्सपर्ट का मानना है कि यदि डाइट में इन पुराने तरीके के फूड को शामिल किया जाए तो इससे क्रोनिक बीमारियां जैसे कि हार्ट डिजीज, ब्लड प्रेशर, लिवर की बीमारी, किडनी की बीमारी, डायबिटीज आदि का जोखिम बहुत कम हो जाता है.

क्या-क्या है क्लीन इटिंग में
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि जो चीजें एकदम कुदरती हैं, उन्हें ही क्लीन एटिंग कहते हैं. इसमें आज के जो सुपरफूड हैं उन्हें शामिल किया जाता है. क्लीन इटिंग में सीजनल और सस्ती हरी पत्तीदार सब्जियां, ताजे फलों और प्लांट बेस्ड डाइट को शामिल किया जाता है.इसमें डाइट के अलावा आप किस मात्रा में खाएं और किस तरह की लाइफस्टाइल अपनाएं और किस तरह खुश रहे को भी जोड़ा गया है.

1. क्विनोआ- क्विनोआ जबर्दस्त सुपरफूड है और इसमें सभी 9 आवश्यक एमिनो एसिड पाया जाता है. इसमें पर्याप्त फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम सहित कई तरह के तत्व पाए जाते हैं. यह ग्लूटेन फ्री भी होता है. अगर रेगुलर सेवन किया जाए तो इससे कई बीमारियां से बचा जा सकता है.

2. अमरांथ-यह मोटा अनाज है जिसे कुटकी भी कहा जाता है. अमरांथ पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें दोनों तरह के फाइबर पाए जाते हैं. यह हड्डियों को मजबूत बनाता है और कई तरह की बीमारियों से बचाता है. गेहूं की जगह अमरांथ बेहतर विकल्प हो सकता है.

3. अमला-अमला या आंवला विटामिन सी को सबसे बड़ा स्रोत है. इसमें संतरे की तुलना में 20 गुणा ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है. यह न सिर्फ इम्यूनिटी बल्कि स्किन, डाइजेशन और चेहरे पर चमक लाने में रामबाण है.

4. अश्वगंधा-अश्वगंधा को आयुर्वेद में शक्तिवर्धक माना जाता है. आजकल विदेश में अश्वगंधा का बेहद पॉपुलर होने लगा है. यह हार्मोनल बैलेंस रखता है और जीवन को बढ़ाता है.

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Tags: Health, Health tips, Trending news



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