नई दिल्ली. घर में घुसकर मारने का मजा कोई जसप्रीत बुमराह से पूछे, ताल ठोककर विरोधी गेंदबाजो को पीटना कोई यशस्वी जायसवाल से सीखे, आंखो में आंखे डालकर ऑस्ट्रेलिया को पीटना कोई विराट से सीखे, और ये सब कुछ एक साथ एक मैदान पर हो जाए तो मैच जीतना तो तय है ही उस जीत का बड़ा असर पूरी सीरीज पर भी पड़ेगा . पर्थ के मैदान पर वैसे भी टेस्ट मैच जीतना हमेशा से बड़ी चुनौती रहा है क्योंकि ये ऑस्ट्रेलिया का वो अभेद्य किला है जहां वो ना के बराबर हारते है.
295 रन से मिली बड़ी जीत वो भी पर्थ के मैदान पर तो उसके मायने भी बदल जाते है. पर्थ के मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराना उनका अभिमान तोड़ने जैसा है . भारतीय टीम को इसीलिए सीरीज का पहला टेस्ट पर्थ में दिया गया ताकि वो अपने अभिमान के दम पर भारत को पटखनी दे पाए . पर भारतीय टीम के इरादे कुछ और थे. वैसे जब जब ऑस्ट्रेलिया ने अपना अभिमान दिखाने की कोशिश की तो भारतीय ने उनका अभिमान को पर्थ में चकनाचूर किया फिर वो चाहे वाका का मैदान हो या ऑप्टस की पिच.
2008 में भारत का जयकारा, ऑस्ट्रेलिया पहली बार पर्थ में हारा
भारतीय टीम ने 16 साल पहले पर्थ के WACA मैदान पर जनवरी 2008 में ऑस्ट्रेलिया को 72 रन से हराकर तिरंगा लहराया था.मंकीगेट कांड और सिडनी टेस्ट हारने के बाद अनिल कुंबले की अगुआई में भारतीय टीम जब पर्थ पहुंची तो उछाल भरी पिच के साथ ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों का तेवर भारतीय टीम का इंतजार कर रहा था. जनवरी 2008 को अनिल कुंबले की कप्तानी में भारतीय टीम ने पर्थ के वाका स्टेडियम में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 72 रन से मात दी थी। इरफान पठान को ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला था। पहली पारी में राहुल द्रविड़ ने 93 और सचिन ने 71 रनों की पारी खेली थी. दूसरी पारी में सहवाग, पठान, वीवीएस लक्ष्मण सभी ने उपयोगी योगदान दिया नतीजा भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने 412 रन का लक्षय रखा और गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान टीम को 340 पर आउट किया और 72 रनों से टेस्ट जीता. मैच जीतने के बाद पूरी टीम पर्थ की पिच पर बैठी और जमकर फोटो सेशन हुआ.
2024 में टीम इंडिया ने किया चमत्कार, आस्ट्रेलिया की हार
मैच जीतने के बाद भारतीय टीम का फोटो सेशन , हर खिलाड़ी के चेहरे पर मुस्कान, और आखिरी विकेट के गिरने का सेलिब्रेशन ये बताने के लिए काफी है कि 16 साल बाद पर्थ के मैदान पर मिली जीत कितनी खास है. पहली पारी में टीम इंडिया सिर्फ 150 रनों पर ऑलआउट हो गई तो लगा था कि हार मुंह खोले सामने खड़ी है , लेकिन फिर गेंदबाजी में कमाल करते हुए टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 104 रनों पर ढेर कर दिया. इसके बाद टीम इंडिया में कॉन्फिडेंस आया.फिर दूसरी पारी में बैटिंग करते हुए टीम इंडिया ने 487/6 रन बोर्ड पर लगाए और पारी घोषित कर दी. पारी घोषित करने के साथ भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 534 रनों का लक्ष्य पेश किया. रनचेज में ऑस्ट्रेलिया 238 रनों पर ही ऑलआउट हो गई. इस तरह चौथे दिन टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया. यशस्वी जायसवाल के एल राहुल की बड़ी साझेदारी . जायसवाल की 161 रनों की पारी और किंग कोहली ने मैच जिताने में बड़ी भूमिका निभाई.
कुल मिलाकर ऑस्ट्रेलिया को अभिमान चूर चूर हो चुका है पर्थ के ऑप्टस मैदान पर पहली बार ऑस्ट्रेलिया टेस्ट हार चुकी है. लगातार चार टेस्ट जीतने के वाली कंगारू टीम का विजयरथ ऑस्ट्रेलिया ने रोक दिया है.
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FIRST PUBLISHED : November 25, 2024, 14:36 IST