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Thursday, December 26, 2024

कटेहरी सीट अखिलेश के लिए प्रतिष्ठा तो CM योगी के लिए बनी 'नाक' का सवाल

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हाइलाइट्स

कटेहरी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज आएंगे कटेहरी सीट अखिलेश और सीएम योगी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल सपा सांसद की पत्नी शोभावती वर्मा और बीजेपी के धर्मराज निषाद में टक्कर

अम्बेडकरनगर. अम्बेडकरनगर जिले की कटेहरी विधानसभा उपचुनाव पर सभी प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला शनिवार को होगा. कटेहरी सीट पर मतों की गिनती राजकीय इंजीनियरिंग कालेज अकबरपुर में सुबह 8 बजे से 14 टेबल पर 31 राउंड में होगी. मतगणना के लिए कुल 56 कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. इस सीट का पहला रुझान साढ़े आठ बजे आ सकता है. हालांकि नतीजे दोपहर 2 बजे के बाद आने की उम्मीद है. वैसे तो कटेहरी सीट पर बसपा भी चुनाव लड़ रही है, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच ही है.

इस सीट पर हुआ उपचुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के मुखिया दोनों के लिए ही प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है. खासकर लोकसभा चुनाव में बीजेपी के निराशाजनक प्रदर्शन और अयोध्या में मिली हार के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ़ैजाबाद से सटी इस सीट की कमान खुद संभाली थी. इस सीट पर जीत दर्ज कर मुख्यमंत्री न सिर्फ सपा के पीडीए वाले नैरेटिव को ध्वस्त करना चाहते हैं, ब्लकि अयोध्या की हार का बदला भी लेना चाहते हैं. वहीं अखिलेश यादव ने कटेहरी सीट पर सपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने चाचा शिवपाल यादव को जिम्मेदारी दी थी. कटेहरी उपचुनाव सपा विधायक लालजी वर्मा के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी. सपा ने इस सीट से लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं बीजेपी ने बसपा के पूर्व विधायक धर्मराज निषाद को मैदान में उतारा है.

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दलित-ब्राह्मण मतदाता निर्णायक
2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के लालजी वर्मा ने कटेहरी सीट पर निषाद पार्टी के अवधेश कुमार द्विवेदी को करीब साढ़े सात हजार वोटों से हराया था. इस बार बीजेपी ने दलित बाहुल्य इस सीट पर बसपा के धर्मराज निषाद को मैदान में उतारकर जातिगत समीकरण को भी साधने की कोशिश की है. इस सीट पर 50 हजार ब्राह्मण मतदाता भी हार जीत में निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं. इस बार उपचुनाव में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में हैं चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी उतारा है. ब्राह्मण प्रत्याशी न होने की वजह से उसका वोट जिसके पाले में जाएगा उसका पलड़ा भारी रहने वाला है.

बसपा और आसपा की भी कड़ी परीक्षा
प्रदेश की दलित राजनीति के उभरते सितारे नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद और बहुजन समाज पार्टी के लिए भी कटेहरी की सीट काफी अहम है.  पिछले कुछ चुनाव में हाशिये पर पहुंची मायावती की पार्टी बापसा को चंद्रशेखर आजाद कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं. वैसे तो दोनों पार्टियों के जीतने की सम्भावना तो नहीं दिखती लेकिन किसका वोट परसेंटेज ज्यादा होगा यह भी किसी जीत से कम नहीं रहेगी.

Tags: Ambedkar nagar election, Assembly by election



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