लखनऊ: मां मरी माता धाम का मंदिर लखनऊ के कैंट इलाके में स्थित है. यह लखनऊ-सुल्तानपुर रोड के किनारे एक पुल पर, अहिमामऊ चौराहे से करीब डेढ़ किलोमीटर हजरतगंज की ओर है. हालांकि यह कोई विशाल मंदिर नहीं है लेकिन इसके सामने से गुजरते हुए आपको यहां पर बंधी हुई चुनरी और घंटियों से पता चल जाएगा कि यह मरी माता का मंदिर है. यहां एक वाटर कूलर लगा हुआ है और लखनऊ पुलिस के कुछ बैरिकेड्स भी हैं. इन बैरिकेड्स के भीतर, पुल पर एक छोटा सा स्थान दिया जलाने के लिए बनाया गया है और यहां हजारों की संख्या में घंटियां और चुनरी बंधी हुई हैं.
सभी मनोकामनाएं होती हैं पूरी
यहां भक्तों की मान्यता है कि चुनरी बांधने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और मन्नत पूरी होने पर वे घंटी चढ़ाते हैं. यहां सप्ताह के सभी दिन भीड़ रहती है लेकिन सोमवार के दिन विशेष रूप से लंबी लाइनें लगती हैं. यहां आए भक्तों में से एक शुभेंद्र विक्रम बताते हैं कि वे नियमित रूप से यहां दिया जलाने आते हैं और उनकी मन्नतें भी पूरी हुई हैं. एक अन्य भक्त, राधा शर्मा, बताती हैं कि उन्होंने भी मरी माता मंदिर पर चुनरी बांधी और मन्नत पूरी होने पर घंटी चढ़ाई. अब वे नियमित रूप से यहां दिया जलाने आती हैं.
सजाया गया है मंदिर
ये इस मंदिर की महिमा ही है कि यहां से गुजरने वाले पथिक भी अपनी गाड़ी रोक कर बिना माता को शीश झुकाए आगे नहीं बढ़ते. वर्तमान समय में मंदिर में पहले से कई सुधार भी हुए हैं, जैसे कि लाइट की उचित व्यवस्था की गई है और माता के मंदिर को विभिन्न प्रकार की झालरों से सजाया गया है, जिससे इसका आकर्षण और भी बढ़ गया है. पहले यहां ठीक से रोशनी नहीं थी पर अब बिजली की व्यवस्था होने से मंदिर बहुत ही खूबसूरत दिखने लगा है.
FIRST PUBLISHED : November 7, 2024, 13:18 IST