फर्रुखाबाद: आज की तारीख में कई किसान अब परंपरागत खेती छोड़कर फल, फूल, सब्जियों और विभिन्न औषधियों की खेती कर रहे हैं. इनमें कई ऐसी फसल हैं जो कम लागत में बढ़िया मुनाफा भी देती हैं क्योंकि बाजार में उनकी हमेशा डिमांड बनी रहती है. देश में कई किसान ऐसे हैं जो लंबे समय से चली आ रही खेती को छोड़कर फूल आदि खेती करने लगे हैं और उससे बढ़िया आय भी हो रही है.
आपको बता दें कि बढ़ते फैशन और जरूरतों के हिसाब से फूलों की खपत खूब बढ़ी है. लोग शादी-विवाह और पूजा-पाठ से लेकर विभिन्न सरकारी औऱ प्राइवेट कार्यक्रमों और इवेंट में असली फूलों की सजावट काफी पसंद करते हैं. बर्थडे, प्रमोशन, नौकरी मिलने आदि पर लोग गुलदस्ते भेंट करते हैं. ऐसे में फूलों की डिमांड साल भर बनी ही रहती है.
पिछले 15 वर्षों से गुलाब की खेती करते आ रहे भोलेपुर के होली वाली गली के निवासी ने बताया कि समय पर मात्र तीन बीघा में ही प्रति माह अच्छी आमदनी हो जाती है. जिस प्रकार इन दिनों शादियों के सीजन में फूलों की डिमांड है कि खेतों से ही फूलों की बिक्री हो जाती है. उसे बाजार भी ले जाने की जरूरत नहीं होती. शादियों में जयमाला से लेकर स्टेज, दूल्हे की कार और दुल्हन की चादर को स्टेज तक ले जाने के लिए उसके ऊपर ढंकने वाली चादर आदि में फूल का भरपूर इस्तेमाल होता है. इसी तरह इनकी खेती करने वालों को आय भी अच्छी होती है.
गुलाब की खेती से होती है तगड़ी कमाई
दुकानदार ने बताया कि वह पिछले 15 वर्षों से अपने खेत में गुलाब की खेती कर रहे हैं. गुलाब की फसल से उन्हें कम लागत में अच्छा मुनाफा हो जाता है. वह मात्र तीन बीघा में ही गुलाब की खेती करके ठीक कमाई कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि आमतौर पर इसमें खाद और दवा नाम मात्र की ही पड़ती है और फूलों को बेचने के लिए कहीं ले भी नहीं जाना पड़ता. इससे समय और पैसे की भी बचत होती है. इससे उन्हें महीने में 50 से 60 हजार रुपए का लाभ हो जाता है.
कम लागत में होती है बंपर कमाई
गुलाब की खेती दस हजार रुपए प्रति 1 बीघा की लागत से तैयार होती है. 200 रुपए प्रति किलो गुलाब की बिक्री होती है. इन दिनों 15 से 20 किलो गुलाब तैयार हो जाता है. आज के समय में डिमांड इतनी है कि गुलाब की फसल तैयार होते ही खेत से ही बिक जा रही है. उनके खेत से थोक और फुटकर दोनों तरह के लोग फूल ले जाते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 17:51 IST