बहराइच: बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत मिलने के बाद अब ग्रामीणों के सामने कटान की नई समस्या खड़ी हो गई है. घाघरा नदी के किनारे बसे गांवों में कटान तेजी से हो रही है जिससे लोगों के मकान, खेत और खलिहान नदी में समा रहे हैं. ग्रामीणों की परेशानी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, और उनकी आजीविका के साधन भी खत्म होते जा रहे हैं.
शिवपुर ब्लॉक के लोनियन पुरवा गांव में इस संकट के बीच एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला, जहां देशरानी नाम की एक महिला नदी किनारे बैठकर लड्डू गोपाल को हाथों में लेकर कटान रोकने की प्रार्थना कर रही थी. देशरानी का भगवान पर अटूट विश्वास इस कठिन समय में उनकी भावनाओं को दर्शाता है.
लड्डू गोपाल से कटान रोकने की अरदास
कटान प्रभावित क्षेत्र में देशरानी का भगवान पर गहरा विश्वास देखने को मिला. वह कटान से कुछ ही कदम की दूरी पर लड्डू गोपाल को हाथों में लेकर गाने गाकर भगवान को प्रसन्न करने की कोशिश कर रही थीं. उनकी प्रार्थना थी कि भगवान लड्डू गोपाल उनकी इस कठिन परिस्थिति में कोई उपाय निकालेंगे और कटान को रोकेंगे.
भगवान पर अटूट विश्वास
देशरानी का कहना है कि उन्हें भगवान पर पूरा भरोसा है. वह मानती हैं कि भगवान की महिमा से कटान अवश्य रुक जाएगी और गंगा मैया उन पर दया करेंगी. उनका यह विश्वास ग्रामीणों के लिए एक प्रेरणा बन रहा है, जो अपनी जमीन और घरों को खोने की आशंका से जूझ रहे हैं.
कैसे कटता है ग्रामीणों का जीवन?
ग्रामीणों ने बातचीत में बताया कि पहले उनकी आजीविका का प्रमुख साधन खेती थी, लेकिन अब उनके खेत और फसलें घाघरा नदी में समा चुकी हैं. इससे उनकी जीवन यापन की स्थिति बेहद कठिन हो गई है. कई घरों के युवा दिल्ली, मुंबई, और पंजाब जाकर मजदूरी कर रहे हैं और वहीं से भेजे गए पैसों से परिवार किसी तरह गुजारा कर रहे हैं. बाकी बचे लोग गांव में मजदूरी करके जीवन बिता रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 7, 2024, 14:37 IST