गुजरात के बोटाद में पटरी के बीच में लोहे का टुकड़ा रखने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इसके पीछे की बड़ी साजिश का भंडाफोड़ किया है।
गुजरात के बोटाद में ट्रेन को पलटने की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। बोटाद में 25 सितंबर को कुंडली गांव के पास रेलवे ट्रैक के बीच लोहे का टुकड़ा रखा गया था जिससे पैसेंजर ट्रेन टकरा गई थी। पुलिस ने इसके पीछे बड़ा नुकसान पहुंचाने की साजिश की आशंका जताई थी। अब पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है कि ट्रेन को पटरी से उतारने की नीयत से इस लोहे के बोल्डर (रेल पटरी का टुकड़ा) को लगाया गया था।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बोटाद एसपी किशोर बलोलिया ने बताया कि 25 सितंबर को कुंडली गांव के पास रेलवे ट्रैक के बीच लोहे का टुकड़ा रखकर पैसेंजर ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी। यह बेहद गंभीर घटना थी। बोटाद जिला पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल, एटीएस और केंद्र की विभिन्न एजेंसियों ने इस घटना की जांच की। घटना को अंजाम देने के आरोप में दो लोगों रमेश और जयेश को गिरफ्तार किया गया है।
बोटाद एसपी किशोर बलोलिया ने बताया कि आरोपियों ने ट्रेन को पटरी से उतारने के बाद यात्रियों के पैसे और अन्य सामान लूटने की साजिश रची थी। मामले की जांच जारी है। बता दें कि बोटाद जिले के रानपुर पुलिस थाना क्षेत्र से गुजर रही ओखा-भावनगर पैसेंजर ट्रेन (19210) तड़के करीब तीन बजे पटरी पर रखे चार फुट लंबे लोहे के टुकड़े से टकरा गई थी। लोहे की पटरी के इस टुकड़े से टकराने के बाद पैसेंजर ट्रेन घंटों रुकी रही थी। यह घटना बोटाद से 12 किलोमीटर दूर कुंडली गांव से आगे हुई थी।
बोटाद एसपी किशोर बलोलिया ने बताया कि बताया कि इन आरोपियों को घटनास्थल के समीप के गांव अड़ोव से पकड़ा है। आरोपियों की मंशा थी कि जब ट्रेन के डिब्बे डिरेल होकर पास के खेतों में गिर जाएं तो वे लूटपाट की घटना को अंजाम दे सकें। आरोपी घटनास्थल के पास भटकते रहते थे। ये पुलिस जांच को गुमराह करना चाहते थे। इन्होंने डिमार्केशन के लिए लगाए गए पटरी के टुकड़े को पास से ही उखाड़ कर पटरी के बीच में प्लांट किया था। आरोपियों से सघन पूछताछ जारी है।