नोएडा. यूपी के नोएडा प्राधिकरण शहर में मनोरंजन और हरियाली के नए आयाम जोड़ने के लिए थीम आधारित पार्कों का निर्माण जल्द शुरू करने जा रहा है. इन पार्कों में सबसे प्रमुख परियोजना 8 एकड़ में फैला सेक्टर 94 का जापानी पार्क है, जिसे 18 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा. इस पार्क में जापानी शैली की वास्तुकला के साथ जलाशय, जॉगिंग ट्रैक, फूड हट्स और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी.
यहां जापान की परंपराओं और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगा. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रुड़की द्वारा इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट को मंजूरी दी जा चुकी है और टेंडर प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी. नोएडा प्राधिकरण ने पहले दो साल के रख-रखाव को भी इस परियोजना का हिस्सा बनाया है, जिससे पार्क की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिलेगी.
डी पार्क का चार योजनाओं के तहत होगा पुनर्विकास
आपको बता दें कि नोएडा के सबसे पुराने और बड़े पार्कों में से एक सेक्टर 62 के डी-पार्क का पुनर्विकास भी योजना के तहत है. प्राधिकरण ने इसके लिए 23.6 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और इसे चार थीम-आधारित क्षेत्रों में विभाजित किया जाएगा. ‘गार्डन ऑफ कंटेम्प्लेशन’, ‘गार्डन ऑफ एंटिसिपेशन’, ‘गार्डन ऑफ रिक्रिएशन’, और ‘गार्डन ऑफ जॉय’. डी-पार्क में होने वाले इन बदलावों में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं शामिल होंगी. ‘गार्डन ऑफ कंटेम्प्लेशन’ में एक छोटा एम्फीथिएटर, ध्यान केंद्र, पुनर्निर्मित तितली गुंबद, योगा लॉन और रॉक गार्डन होंगे. ‘गार्डन ऑफ एंटिसिपेशन’ में एक जंगल ट्रेल, आर्टिस्ट कोर्ट, पौधों की सैर और केंद्रीय फव्वारा जैसी सुविधाएं होंगी. ‘गार्डन ऑफ रिक्रिएशन’ बच्चों के खेलने के क्षेत्र, नौका विहार की झील, पिकनिक घाटी और फूड कोर्ट का केंद्र होगा, जबकि ‘गार्डन ऑफ जॉय’ में फव्वारा वॉक, एम्फीथिएटर, म्यूजिकल फाउंटेन और ऊंचा व्यूइंग प्लेटफार्म (मचान) जैसी सुविधाएं होंगी.
बायोडायवर्सिटी पार्क के भीतर बनेगा हिरण पार्क
इसके साथ ही सेक्टर 91 में स्थित 110 एकड़ के बायोडायवर्सिटी पार्क के भीतर 32 एकड़ में हिरण पार्क का भी निर्माण किया जाएगा, जिसमें 130 से अधिक हिरण होंगे. यह हिरण कानपुर, हैदराबाद, लखनऊ और अफ्रीका से लाए जाएंगे. इस परियोजना की लागत 40 करोड़ रुपये है, और पर्यावरणीय मंजूरी के बाद कार्य शुरू होगा. वहीं सेक्टर 94 में वेस्ट टू वंडर पार्क का निर्माण कार्य भी जारी है. यह 16 एकड़ में फैला हुआ एक कृत्रिम चिड़ियाघर-थीम पार्क है, जिसे 25 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है. इस पार्क में 500 टन से अधिक लोहे और प्लास्टिक कचरे से जानवरों की मूर्तियां बनाई जा रही है. यह पार्क नोएडा एक्सप्रेसवे से ओखला बर्ड सेंचुरी तक फैले ‘जंगल ट्रेल’ का हिस्सा होगा और यह दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद के आगंतुकों के लिए एक प्रमुख मनोरंजन स्थल बनेगा.
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FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 17:08 IST