मुंबई. जावेद अख्तर इन दिनों अपनी डॉक्यूमेंट्री सीरीज ‘एंग्री यंग मैन’ को लेकर चर्चा में हैं. सलीम खान के साथ उनकी जोड़ी ने कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों की स्क्रिप्ट और डायलॉग लिखे. जावेद ने हाल में बेटी जोया अख्तर के साथ कई आर्ट, लिटरेचर और सिनेमा को लेकर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित को उनकी प्रतिभा को सोसायटी ने बहुत हल्के में लिए. उन्होंने कहा कि स्टार बनाने में समाज की काफी गहरी भूमिका होती है. एक स्टार की इमेज मोरालिटी और एस्पिरेशन मिलाकर बनती है.
जावेद अख्तर ने इंडियन एक्सप्रेस द्वारा आयोजित इवेंट में कहा कि श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित जैसी प्रतिभाशाली एक्ट्रेसेज को सोसायटी ने बहुत कम आंका. लोगों में समझ की कमी थी. जावेद ने उनकी तुलना मीना कुमारी, नरगिस और वहीदा रहमान जैसी स्टार एक्ट्रेसेज से की, जिन्होंने ‘साहिब बीबी और गुलाम’, ‘मदर इंडिया’ और ‘गाइड’ जैसी फिल्मों में शानदार रोल निभाए थे.
श्रीदेवी औ माधुरी को नहीं समझा गया स्ट्रॉन्ग एक्ट्रेसेजः जावेद अख्तर
जावेद अख्तर ने कहा कि श्रीदेवी और माधुरी उन दिग्गज एक्ट्रेसेज की तरह ही टैलेंटेड थीं लेकिन उन्हें उस तरह के डिफाइनिंग रोल नहीं मिल पाए क्योंकि उस समय सोसायटी कंटेपरेरी या स्ट्रॉन्ग एक्ट्रेसेज को आइडेंटिफाई नहीं कर पा रहा थी. ट्रेडिशनल चुप रहने वाली महिला रिलेवेंट नहीं थी, लेकिन सोसायटी को कोई क्लियर आइडिया नहीं था कि उनकी जगह कौन लेगा.”
एक्ट्रेसेज का रिप्रेजेंटशन करने के लिए आज बी स्ट्रॉन्ग एक्ट्रेस (महिलाएं) नहींः जावेद
जावेद अख्तर ने जोर देकर कहा,”सोसायटी इस बारे में क्लियर नहीं था कि कंटेंपरेरी महिला कौन थी. ‘मैं चुप रहूंगी’ वाली महिलाएं बाहर हो गई, लेकिन कौन आया? यह कोई नहीं जानता.” उन्होंने आगे कहा कि सोसायटी अभी भी फिल्मों में आज की महिलाओं का सही रिप्रेजेंटेशन ढूढ़ने के लिए संघर्ष कर रही हैं. उन्होंने अपनी बेटी जोया अख्तर की फिल्मों की तारीफ की, जिन्होंने कंटेंपरेरी महिलाओं को सामने लाने की कोशिश की है.
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FIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 08:34 IST