पाकिस्तान की सीमा से सटे जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में बीएसएस ने हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं। बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने सोमवार को हथियार और गोला बारूद के पैकेट जब्त किए हैं। इन हथियारों को पाकिस्तानी ड्रोन के जरिए सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गिराए जाने का संदेह है। अधिकारियों ने कहा कि हमें खुफिया जानकारी मिली थी कि इस यहां पर हथियारों की तस्करी करने की कोशिश की जा सकती है। बीएसएफ और एसओजी सहित सुरक्षाबलों ने सोमवार सुबह सीमा के पास रामगढ़ इलाके से तीन पिस्तौल और कुछ गोला-बारूद बरामद किया। बीएसएफ के मुताबिक इस पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस को भी अलर्ट पर रखा गया है।
दरअसल, पाकिस्तान की तरफ से पिछले कुछ सालों से भारत में तस्करी करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से गोला-बारूद, हथियार या फिर ड्रग्स को भारत में भेजने के लिए अधिक ऊंचाई पर उड़ने वाले ड्रोन का इ्स्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान द्वारा उपयोग किए जाने वाले यह ड्रोन अत्याधुनिक हैं, जिनमें न तो ज्यादा आवाज होती है और न कि किसी प्रकार की ज्यादा लाइट जलती है। इसके कारण इनको पकड़ पाना मुश्किल होता है।
ड्रोन्स के जरिए लगातार तस्करी की फिराक में रहता है नापाक पड़ोसी
ड्रोन का इस्तेमाल करके पाकिस्तान भारत में न अस्थिरता फैलाने की कोशिश करता रहता है। एजेंसियों के मुताबिक, इस तरह के ड्रोन फेयर से निपटने के लिए हमें बेहतर ढंग से मिशन को अंजाम देना होगा। हम ज्यादातर ड्रोन्स को एंटीशिपेट करने में कामयाब हो जाते हैं। लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। हमें और बेहतर ढंग से इस काम को करना होगा। पहले किसी हथियार या ड्रग्स की तस्करी करने के लिए किसी इंसान की मदद से उसको सीमापार कराना पड़ता था। लेकिन अब ड्रोन की मदद से यह काम रिमोट कंट्रोल के जरिए सीमा पार बैठा कोई भी व्यक्ति आराम से कर सकता है। भारत और पाकिस्तान पर कई जगहों पर ज्यादा ऊंची फेंसिंग नहीं है इसके कारण ड्रोन्स को उड़ाने में आसानी होती है। भारतीय सुरक्षाबलों के द्वारा समय-समय पर ऐसे हथियारों के पैकेट मिलते रहते हैं।