High Cholesterol Signs: कोलेस्ट्रॉल बढ़ना दिल की सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है. कोलेस्ट्रॉल खून में पाया जाने वाला मोम जैसा पदार्थ होता है, जो नॉर्मल होना चाहिए. यह नॉर्मल से ज्यादा हो जाए, तो जानलेवा हो सकता है. कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है- गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल. शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाए, तो खून की धमनियों में जम जाता है और ब्लड फ्लो बाधित कर सकता है. हाई कोलेस्ट्रॉल से बचने की जरूरत होती है. कई लोग मानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर कई लक्षण नजर आते हैं, जिनमें से पैरों में दर्द होना भी एक है. क्या वाकई पैरों में दर्द कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत है?
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि हाई कोलेस्ट्रॉल को मेडिकल की भाषा में हाइपरलिपिडेमिया कहा जाता है. यह एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सामान्य से ज्यादा हो जाती है. कोलेस्ट्रॉल हद से ज्यादा हो जाए, तो खून की धमनियों को ब्लॉक कर सकता है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक जैसी कंडीशन पैदा कर सकता है. हाई कोलेस्ट्रॉल को साइलेंट किलर कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण आमतौर पर नजर नहीं आते हैं. हालांकि कुछ संकेत होते हैं, जिनसे हाई कोलेस्ट्रॉल का अनुमान लगाया जा सकता है.
डॉक्टर सोनिया रावत ने बताया कि जब शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल ज्यादा हो जाता है, तो यह ब्लड फ्लो को बाधित करने करता है. इसे एथेरोस्क्लेरोसिस कहा जाता है. एथेरोस्क्लेरोसिस कई परेशानियों की वजह बन सकता है. इससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD), स्ट्रोक और पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) हो सकती है. पेरिफेरल आर्टरी डिजीज में धमनियों में प्लाक जम जाता है जो विशेष रूप से पैरों में ब्लड फ्लो को प्रभावित करता है. इससे चलने या दौड़ने के समय पैरों की मसल्स में ऐंठन और दर्द होने लगता है. अगर ब्लड फ्लो बहुत कम हो जाता है, तो पैरों में सुन्नता और कमजोरी महसूस हो सकती है.
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल की वजह से पैरों में दर्द, ऐंठन और सुन्न होने की परेशानी हो सकती है. अगर किसी को इस तरह की परेशानी दिखे, तो डॉक्टर से मिलकर जांच करानी चाहिए. पैरों में परेशानी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक संकेत हो सकता है, लेकिन यह किसी और समस्या का संकेत भी हो सकता है. ऐसे में जांच के बाद ही सटीक कारणों का पता लगता है. हाई कोलेस्ट्रॉल का टेस्ट सभी को साल में एक बार जरूर कराना चाहिए. हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल, हेल्दी डाइट और नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 12:20 IST