वन विभाग की टीम ने बहराइच में चौथे भेड़िये को पकड़ लिया.चो भेड़िया पकड़ा गया है, वही मासूमों और लोगों पर हमला करता था.
बहराइचः उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में बीते कुछ दिनों से डर का माहौल बना हुआ है. इसके पीछे ना तो कोई बाहुबली है और ना कोई सीरियल किलर. बल्कि लोगों के इस खौफ के कारण है भेड़िये, जी हां जंगलों में रहने वाले भेड़िये, जो अब गांवों में घुस चुके हैं. चार भेड़ियों का एक ग्रुप अलग है और दो से तीन भेड़िये अलग-अलग घूम रहे हैं. एड़ी-चोटी का जोर लगाने के बाद भेड़ियों का एक ग्रुप को तो वन विभाग ने पकड़ लिया है और इस ग्रुप का जो सबसे खूंखार भेड़िया था, वो गुरुवार को पकड़ा गया है. यह भेड़िया भले ही लंगड़ा कर चलता हो, लेकिन इसी ने 9 मासूमों को अपना शिकार बनाया है. पहले पकड़े गए तीन भेड़ियों को लखनऊ के चिड़ियाघर भेज दिया गया. अब जो पकड़ा गया है, उसको कहां भेजा जाए. इसको लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
बहराइच में टीम की अगुवाई कर रहे बाराबंकी के डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि भेड़िया सामाजिक प्राणी है. आमतौर पर वह आबादी व इंसान से दूर रहना पसंद करते हैं. वह झुंड में ही रहते हैं. महसी इलाके में एक लंगड़े भेड़िये ने बच्चे को आसान शिकार समझकर निवाला बनाया. उस मांस को कई भेड़ियों ने खाया. स्वाद मुंह में लगा, जिसके बाद अन्य भेड़िये भी उसी राह पर चले पड़े. इसके बाद उनकी प्रवृत्ति नरभक्षी हो गई. वह इंसान, खासकर बच्चों को खोज रहे हैं. भेड़िया कुत्ता परिवार का प्राणी है. उनके सूंघने व जागने की आदत बहुत तेज होती है.
करीब 34 जिलों के 50 हजार लोग इन भेड़ियों के दहशत में थे. डर का आलम यह था कि लोगों ने रात को सोना छोड़ दिया था और हाथ में टॉर्च व डंडे लेकर पहरा देना शुरू कर दिया. रात भर लोग जागकर अपने बच्चों और परिजनों की सुरक्षा करते थे. इन आदमखोर भेड़ियों ने 9 मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाया था. वन विभाग के कर्मी इन भेड़ियों की हरकतों पर ड्रोन के जरिए नजर रख रहे थे. जगह-जगह जाल व पिंजरे लगाए गए थे.
FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 13:09 IST