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Saturday, October 19, 2024

दाल-चावल नहीं…बरसात के मौसम में ये चीज खाते हैं आदिवासी लोग, पहले नहीं सुना होगा नाम

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विकाश कुमार/चित्रकूट: किसी भी चीज या इंसान के बारे में सुन हमारे दिमाग में कई सवाल आते हैं. जैसे अक्सर हम लोग यह सोचते हैं कि आदिवासी लोग जीवन कैसे जीते होंगे. तो बता दें कि आदिवासी लोगों की लाइफ नॉर्मल लोगों से काफी अलग होती है. यहां तक की खानपान के मामले में भी वो काफी अलग होते हैं. वो लोग जंगली सब्जियों का सेवन करते हैं. आइए जानते हैं इसी बारे में विस्तार से.

आदिवासी लोग क्या खाते हैं?
यूपी का चित्रकूट पाठा क्षेत्र सबसे पिछड़ा क्षेत्र आज भी बना हुआ है.क्योंकि यहां लोगों के पास रोजी रोजगार के कोई संसाधन है. यहां आदिवासी समाज के लोगों की भी संख्या ज्यादा है. ऐसे में बरसात के समय उनके पास रोजी रोजगार का संकट खड़ा हो जाता है. और वह लोग सब्जियों के मामले में ज्यादातर जंगलों में पाई जाने वाली सब्जियों पर ही आश्रित हो जाते हैं. घर में इन्हीं सब्जियों को पकाकर वो सेवन करते हैं.

जंगली सब्जियों में होते हैं पौष्टिक तत्व
उनके पास पैसा ना होने कारण वह जंगलों की सब्जियों पर आश्रित हो जाते हैं. बरसात के समय में जंगल में मिलने वाली मुसरी, बेसड,गुलर,प्युरी सब्जियों को जंगल से लाकर उनको घर में बनाते है.बता दे कि यह सब्जियां पौष्टिक से भी भरी रहती है.

गांववासी ने कही यह बात
मानिकपुर सरहट गांव के राजन ने जानकारी देते हुए बताया, ‘बरसात के समय में यहां के आदिवासियों के पास रोजगार के कोई साधन उपलब्ध नहीं होते हैं. ऐसे में उनके पास बाजारों से सब्जी खरीदना मुश्किल हो जाता है.तो वह जंगलों से मिलने वाली सब्जियों के आश्रित रह जाते हैं.सुनने में अजीब लगेगा लेकिन इन सब्जियों को खाने से पौष्टिक तत्व मिलते हैं.’

Tags: Local18, Tribal Culture, UP news



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