हरिकांत शर्मा/आगराः आगरा में इन दिनों रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है. पिछले दिनों आगरा शहर का तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका था. सूरज के तेवर से आम जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सबसे ज्यादा दिक्कत ट्रैफिक चौराहों पर रेड लाइट के दौरान रुकने वाले राहगीरों होती है. जब एक से 2 मिनट तक चौराहों पर रेड लाइट होती है, तो सूरज की झुलसा देने वाली तपिश से शरीर जलने लगता है. इसी को ध्यान में रखते हुए आगरा नगर निगम में ट्रायल के तौर पर आगरा के सूर सदन चौराहे और हरी पर्वत चौराहे पर ग्रीन नेट लगाई है, ताकि रेड सिग्नल पर रोकने वाले वाहनों को गर्मी से राहत मिल सके.
नगर निगम के ठेकेदार प्रशांत अग्रवाल की माने तो यह ट्रायल के तौर पर अभी आगरा के सूरसदन और हरी पर्वत चौराहे पर ग्रीन नेट लगाया गया है. इसकी लंबाई 50 मीटर है चौड़ाई 30 फीट है. इस ग्रीन को लगाने का उद्देश्य ट्रैफिक लाइट पर रुकने वाले लोगों को सूरज की तेज धूप से बचाना है. शुरुआती में ट्रायल सफल रहता तो उसके बाद शहर के दूसरे चौराहों पर इस तरह की ग्रीन नेट लगाया जाएगा. हालांकि शुरुआती फेस में लोगों के अच्छे रिएक्शन मिल रहे हैं. लोगों को आगरा नगर निगम की यह मुहिम पसंद आ रही है. राजस्थान के जयपुर और जोधपुर में भी इसी तरीके के चौराहों पर गर्मी से बचाने के लिये टेंट लगाए गए हैं .
लोगों को पसंद आ रही नगर निगम की मुहिम
रेड सिग्नल पर रुके बाइक चालकों से न्यूज़ 18 लोकल ने जब बात की तो उन्होंने बताया कि जिस तरीके से शहर में गर्मी पड़ रही है .चौराहों पर 1 मिनट भी रूकना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में नगर निगम की यह पहल काबिले तारीफ है. इस तरीके की ग्रीन नेट को बाकी के चौराहों पर भी लगाया जाए और प्रॉपर इसकी देखभाल की जाए शहर का तापमान कहल जाला देने वाला है सूरज की तपिश बर्दाश्त नहीं होती है. ऐसे में कुछ देर के लिए सही. लेकिन थोड़ी सही शूल जैसी चुभने वाली धूप से राहत मिलेगी.
FIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 14:58 IST