7.7 C
Munich
Sunday, September 22, 2024

हमें जिता दो, सुल्तान बत्तेरी का नाम बदल देंगे; राहुल की वायनाड सीट पर ‘टीपू’ की एंट्री

Must read


ऐप पर पढ़ें

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वायनाड लोकसभा क्षेत्र में आने वाले सुल्तान बत्तेरी (Sulthan Bathery) शहर का नाम बदला जाना। भाजपा का दावा है कि दो दशक पहले केरल के मालाबार में मैसूर के पूर्व शासक टीपू सुल्तान के आक्रमण से पहले इसका नाम गणपतिवट्टोम था। अब केरल भाजपा प्रमुख के सुरेंद्रन ने कहा है कि अगर वे जीतते हैं तो सुल्तान बत्तेरी का नाम बदलना उनकी प्राथमिकता होगी। उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया है। 

बता दें कि भाजपा ने केरल की इस बेहद चर्चित सीट वायनाड से मौजूदा राहुल गांधी के खिलाफ अपने प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन को मैदान में उतारा है। इस सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नेता और सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की उम्मीदवार एनी राजा भी चुनाव मैदान में हैं। सुरेंद्रन ने दावा किया कि टीपू सुल्तान ने केरल में, खासकर वायनाड में लाखों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया था। सुल्तान बत्तेरी शहर वायनाड लोकसभा क्षेत्र में आता है और इसका नाम टीपू सुल्तान के नाम पर पड़ा है।

भाजपा नेता ने यहां के निकट थमरस्सेरी में संवाददाताओं से कहा, ‘‘सुल्तान बत्तेरी का असली नाम गणपतिवट्टोम है। इसलिए नाम बदला जाना जरूरी है।’’ भाजपा नेता ने अपने चुनाव अभियान के दौरान टीपू सुल्तान के मालाबार पर आक्रमण का जिक्र किया और आरोप लगाया कि कांग्रेस और एलडीएफ इसे सुल्तान बाथेरी के रूप में ही संदर्भित करना पसंद करते हैं। सुरेंद्रन ने कहा,‘‘केरल में किसी जगह का नाम आक्रमणकारी के नाम पर क्यों रखा जाना चाहिए?’’ केरल के पर्यटन विभाग का कहना है कि सुल्तान बात्तेरी को पहले गणपतिवट्टोम के नाम से जाना जाता था।

सुरेंद्रन ने कहा, “टीपू सुल्तान कौन है? जब वायनाड और उसके लोगों की बात आती है, तो उसका महत्व क्या है? उस स्थान को गणपतिवट्टोम के नाम से जाना जाता था। लोग जानते हैं और गणपतिवट्टोम के नाम से परिचित हैं, बस उसका नाम बदल दिया गया है। इसलिए, कांग्रेस और एलडीएफ अभी भी टीपू सुल्तान के साथ है। उसने कई मंदिरों पर हमला किया और केरल में, खासकर वायनाड और मालाबार क्षेत्र में लाखों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया।” 

पार्टी ने पहले कर्नाटक में टीपू जयंती मनाए जाने पर आपत्ति जताई थी। अपनी टिप्पणी को लेकर सुरेंद्रन को वाम दलों और कांग्रेस की ओर से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के महासचिव पीके कुन्हालीकुट्टी ने कहा कि केरल में ऐसा कुछ नहीं होगा। कुन्हालीकुट्टी ने कहा, “यह केरल है, समझे। आप जानते हैं ना? ऐसा नहीं होगा। वह वैसे भी नहीं जीतेंगे और वह नाम भी नहीं बदलेंगे।” कांग्रेस नेता और विधायक टी सिद्दीकी ने इसे सिर्फ “जनता का ध्यान खींचने का प्रयास” बताया।

क्या है सुल्तान बत्तेरी और विवाद?

सुल्तान बाथेरी वायनाड के तीन नगरपालिका शहरों में से एक है। केरल टूरिज्म वेबसाइट के मुताबिक, सुल्तान बाथेरी को पहले गणपतिवट्टोम के नाम से जाना जाता था। यह नाम विजयनगर काल के दौरान बने एक गणेश मंदिर के नाम पर रखा गया था। 1700 में टीपू सुल्तान के मालाबार क्षेत्र पर आक्रमण के बाद शहर का नाम बदल दिया गया था। आक्रमण के दौरान, टीपू सुल्तान ने अपना गोला-बारूद और तोपखाना गणपतिवट्टोम में फेंका था। इसलिए, ब्रिटिश अभिलेखों में इस शहर को ‘सुल्तान की बैटरी’ के नाम से जाना जाने लगा। टीपू सुल्तान ने वहां एक किला भी बनवाया, जो अब खंडहर हो चुका है।

 



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article