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Tendu Fruits Benefits: यूपी में बहराइच के मिहीपुरवा ग्राम में बुजुर्ग नथुनी प्रसाद जंगली तेंदू फल बेचकर परिवार का पेट पालते हैं. यह फल मीठा और स्वास्थ्यवर्धक होता है. नथुनी इसे ₹40 प्रति किलोग्राम में बेचकर अपन…और पढ़ें
बुजुर्ग जंगली फल तेंदू बेचते हुए!
बहराइच: यूपी में बहराइच जिले के मिहीपुरवा ग्राम खड़िया में रहने वाले बुजुर्ग नथुनी प्रसाद इन दिनों काफी चर्चा में हैं. दरअसल, वह बुढ़ापे में अपना और अपने परिवार का पेट पालने के लिए जंगली फल बेचने का काम कर रहे है. वह फलों को जंगल के बीचो-बीच से लाकर फिर बाजार में बिक्री करते हैं, जो काफी रिस्की होता है. यह फल खाने में मीठा और स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होता है.
जंगली फल का स्वाद है लाजवाब
इस फल को आम भाषा में तेंदू कहा जाता है. तेंदू एक जंगली फल है, जो भारत में विशेष रूप से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के जंगलों में पाया जाता है. यह फल मीठा, स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है. इस जंगली फल को बहुत सी जगह पर अकमोल या स्वर्णाम्र के नाम से भी जाना जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश में यह फल तेंदू के नाम से ही प्रसिद्ध है.
तेंदू फल की होती है खूब बिक्री
बहराइच में तेंदू फल आसानी से उपलब्ध हो जाता है. यह क्षेत्र विंध्याचल की पहाड़ियों के पास स्थित है. जहां तेंदू का पेड़ पाया जाता है. आप स्थानीय बाजारों या ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदू फल को बड़े आराम से पा सकते हैं. जिसको जंगलों के आसपास रहने वाले थारू जनजाति के लोग और ग्रामीण जंगलों से लाकर गांवों में बेचने का काम करते हैं.
जानें इस जंगली फल की कीमत
बहराइच जिले के मिहिपुरवा क्षेत्र के ग्राम खड़िया में रहने वाले बुजुर्ग नथुनी प्रसाद ने बताया कि वह इस फल को जंगलों से लाकर मिहीपुरवा में स्थित बड़ी बाजार में बेचने का काम करते हैं. जो मात्र ₹40 प्रति किलोग्राम के हिसाब से इस फल को बेचते हैं. सुबह से शाम तक ये 5 से 10 किलोग्राम फल लेकर आते हैं. वह सब यहां आसानी से बिक जाता है. अगर आप भी इन फलों की खरीदारी यहां से करना चाहते हैं,तो आपको बहराइच शहर से दूर लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित मिहीपुरवा बड़ी बाजार जाना पड़ेगा.
यहां आपको बाजार में स्थित मिही मार्ट के सामने नथुनी प्रसाद रोड के किनारे इस फल को बेचते हुए दिख जाएंगे. जहां से आप खरीदारी कर सकते हैं. इस फल को जंगलों से लाना इतना आसान भी नहीं होता है. क्योंकि जंगलों में जंगली जीवों का खतरा भी होता है. इसलिए इस फल को लाते समय बेहद सतर्कता बरतनी होती है.