पुरी श्रीजगन्नाथ मंदिर का 545 करोड़ रुपया इस निजी यस बैंक में किस परिस्थिति में और किस लिए तथा किसके निर्देश पर रखा गया है : मुख्यमंत्री से मांगा गया स्पष्टीकरण
भुवनेश्वर
यस बैंक जैसे निजी बैंक में श्रीमंदिर की स्थाई जमा पूंजी सुरक्षित होने के प्रसंग पर कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से स्पष्टीकरण मांगा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने कहा है कि आज पूरे देश में आर्थिक संकट दिखाई दे रहा है। सरकारी हो या निजी बैंक, सभी लूटे जा रहे हैं। यस बैंक दिवालिया की स्थिति में पहुंच चुका है। पुरी श्रीजगन्नाथ मंदिर का 545 करोड़ रुपया इस निजी यस बैंक में किस परिस्थिति में और किस लिए तथा किसके निर्देश पर रखा गया है, उसका जवाब मुख्यमंत्री को राज्य वासियों को देना होगा।
सरकार के बिना निर्देश के निजी बैंक में राशि नहीं रखी जा सकती है। ऐसे में किस प्रकार से और किस अधिकारी ने यह रुपया रखा, यदि सरकार के अनजाने में यह रकम रखी गई थी तो फिर मुख्यमंत्री ने अभी तक क्या कार्रवाई किए हैं उसका जवाब कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने मुख्यमंत्री से मांगा है। प्रत्येक जगन्नाथ प्रेमी को जगन्नाथ जी की संपत्ति के बारे में जानने का अधिकार है।
ऐसे में मुख्यमंत्री यदि इसका जवाब तुरंत नहीं देते हैं तो फिर इसके पीछे उनका हाथ होना माना जाएगा, उन्हीं के इसारे पर यह सब हुआ है, प्रमाणित होगा। इस मुद्दे को कांग्रेस पार्टी विधानसभा में भी उठाएगी और सरकार से जवाब मांगेगी। मिश्र ने कहा है कि मुख्यमंत्री को जब पत्रकारों ने इस पर सवाल पूछा था तो उन्होंने कहा था कि इसकी हम जांच कर बताएंगे। इससे प्रमाणित हो रहा है कि मुख्यमंत्री इस प्रसंग को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री का बयान लोगों के मन में संदेह उत्पन्न कर रहा है। यदि मुख्यमंत्री इसका स्पष्ट जवाब नहीं देंगे तो इससे प्रमाणित होगा इसके पीछे सरकार का भी कोई उद्देश्य है और सरकार का हाथ है। ऐसे में इस घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। रत्न भंडार की चाभी गायब होने की घटना जैसी जांच नहीं होनी चाहिए। इस पत्रकार सम्मेलन में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगन्नाथ पटनायक, अनंत प्रसाद सेठी, शिवानंद राय, कैलाश आचार्य, मनोज महापात्र प्रमुख उपस्थित थे।