आज तक ना ही उसके माता-पिता से मिलने कोई नेता या सरकारी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा
पौड़ी गढ़वाल
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के युवक दिलबर नेगी की दिल्ली दंगे में हत्या हो गई थी। इसके बाद से दिलबर नेगी का परिवार पूरी तरह से टूट गया है। घर में कमाने वाला एकमात्र सहारा खत्म हो जाने से उनके आगे अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। बीमार पिता, बूढ़ी दादी और लाचार मां अपने एकमात्र कमाने वाले सहारे के यू चले जाने से आज तक आंसू बहा रहे हैं दिलबर नेगी के पिता गोपाल नेगी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे हैं। दिल्ली में नौकरी करके दिलबर नेगी अपने पिता की दवाइयों का खर्चा हर महीने भेजा करता था, जिससे उसके पिता का इलाज और घर में 2 वक्त का चूल्हा जला करता था।
वहीं घर में कमाने वाले एकमात्र बेटे के चले जाने से अब इस परिवार के आगे रोटी का संकट खड़ा हो गया है। दिलबर नेगी के पिता कहते हैं कि अभी तक सरकार की ओर से कोई भी मदद उन तक नहीं पहुंची है लेकिन उन्हें इस बात का सुकून है कि उनके बेटे की हत्या करने वाला आरोपी पकड़ा गया है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि जैसे उनके बेटे की हत्या हुई है उसी तरह से उस हत्यारे को भी सजा मिलनी चाहिए।बता दें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के द्वारा मृतक दिलबर नेगी के परिजनों के लिए 5,000,00 की घोषणा की गई थी वही केंद्र में भाजपा नेता कपिल मिश्रा के द्वारा भी दिल्ली दंगे में मृतक दिलबर नेगी के परिजनों के लिए 3,000,00 की घोषणा की गई थी लेकिन इतने दिन बीत जाने के बाद भी आज तक ना ही उसके माता-पिता से मिलने कोई नेता या सरकारी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा है।