देहरादून
चारधाम यात्रा के शुरुआती दौर में चुनावी आचार संहिता का लागू होना श्रद्धालुओं के लिए खासा मुफीद रहेगा। इसका कारण आचार संहिता के कारण वीआइपी मूवमेंट का सीमित रहना है। यदि इस अवधि में कोई वीआइपी आता भी है तो उसे सुरक्षा को छोड़ शेष सुविधाएं नहीं मिल पाएंगी। वहीं, अभी तक बदरीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में हेली सेवाओं का मामला कोर्ट में लंबित होने के कारण एडवांस बुकिंग नहीं हो पा रही है। इससे पहले से ही हवाई मार्ग से यात्रा करने के इच्छुक यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदेश में हर वर्ष होने वाली चारधाम यात्रा में देश विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। अब हेली सेवाओं के जरिये बदरीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहब जाने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा बढ़ रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि केदारनाथ में बीते वर्ष आने वाले तकरीबन सात लाख श्रद्धालुओं में से डेढ़ लाख से अधिक हेली सेवाओं का फायदा उठाते हुए केदारनाथ तक पहुंचे थे। इस वर्ष हेली सेवाओं को लेकर हाईकोर्ट में दायर एक याचिका पर अभी सुनवाई नहीं हो पाई है। दरअसल, न तो अभी तक हेली कंपनियों का चयन हो पाया है और न ही किराये का निर्धारण। कोर्ट के निर्णय पक्ष में आने के बाद शासन कंपनियों के चयन के लिए टेंडर करेगा और फिर इनके किराये की दर तय होने के बाद ही यह सेवाएं शुरू हो पाएंगी। हालांकि, विभाग का दावा है कि तैयारियां तकरीबन पूरी है।