CJI यानी भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के खिलाफ शिवसेना (UBT) के जुबानी हमले जारी है। अब पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि गणपति बप्पा को ‘अगली तारीख’ नहीं देने के लिए CJI का धन्यवाद करता हूं। दरअसल, हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और उनके परिवार के साथ गणेश जी की पूजा में शामिल हुए थे। विपक्ष के कई नेताओं ने इसपर सवाल उठाए थे।
रविवार को छत्रपति संभाजीनगर में आयोजित रैली के दौरान उद्धव ठाकरे ने सीजेआई पर तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि पीएम सीजेआई के आवास पर पहुंचे थे और इसके चलते उन्हें देशभर से आलोचना का सामना करना पड़ा था। हालांकि, मैं सीजेआई का धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने पीएम मोदी घर पर आ रहे हैं, इसके चलते गणपति बप्पा को अगली तारीख नहीं दी।’
उन्होंने कहा, ‘हम शिवसेना के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक पार्टी के जरिए कोर्ट से न्याय मांग रहे हैं। हम जानना चाहते हैं कि इस देश में लोकतंत्र जिंदा रहेगा या नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘हमें न्यायपालिका पर भरोसा है, लेकिन अगर न्याय समय पर नहीं मिले तो हमारे पास जाने के लिए बड़ी अदालत है… और हम जनता से न्याय चाहते हैं।’ उन्होंने सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के भी आरोपों को नकार दिया कि महाविकास अघाड़ी ने मराठवाड़ा वॉटर ग्रिड प्रोजेक्ट के लिए फंड देने से इनकार कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट में है मामला
महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को असली करार दिया था। साथ ही उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों को अयोग्य घोषित करने से इनकार कर दिया था। फिलहाल, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। इसके बाद उद्धव ठाकरे की पार्टी को चुनाव आयोग से नया नाम और चुनाव चिह्न मिल गया था।
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘पिछली बार हमें मशाल चिह्न के साथ प्रचार करने का समय नहीं मिला। हालांकि, इस बार हमें इस चिह्न को हर घर तक ले जाना है, क्योंकि गद्दार विधानसभा चुनाव के दौरान धनुष-बाण लेकर वोट मांगने आएंगे। मुझे नहीं पता कि यह उम्मीद लगाना कितना ठीक है कि कोर्ट के नतीजे चुनाव से पहले आ जाएंगे।’
केस से हटने की दी नसीहत
कुछ दिनों पहले पार्टी नेता संजय राउत ने तो सीजेआई को पार्टी से जुड़े मामले से हटने तक की सलाह दे दी थी। उन्होंने कहा, ‘देखिए, यह गणपति जी का त्योहार है। प्रधानमंत्री अब तक कितने लोगों के घर गए हैं? मुझे जानकारी नहीं है। दिल्ली में कई स्थानों पर गणेश त्योहार मनाया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मुख्य न्यायाधीश के घर पर गए और प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश ने साथ मिलकर आरती की।’
उन्होंने कहा, ‘भगवान के बारे में हमें इतना पता है कि अगर संविधान के रक्षक इस तरह से राजनेताओं से मिलेंगे, तो लोगों को शक होगा।’ उन्होंने कहा कि एक केस में पार्टी प्रधानमंत्री को मुख्य न्यायाधीश के साथ ऐसे करीबी होकर बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘बीते 3 सालों से एक के बाद एक तारीखें दी जा रही हैं। एक अवैध सरकार चल रही है।’