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लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के अहमदाबाद पहुंचने पर बजरंग दल के विरोध को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। अहमदाबाद पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त नीरज बडगुजर ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता राहुल गांधी का विरोध प्रदर्शन के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।
दरअसल, संसद में राहुल गांधी ने हिंदुओं को लेकर जो बयान दिया था, उसका गुजरात में भारी विरोध हुआ था। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद में स्थित कांग्रेस मुख्यालय में लगे राहुल गांधी के पोस्टर पर कालिख पोत दी थी। इसको लेकर बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी।
अहमदाबाद के कांग्रेस दफ्तर पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की ओर से किए गए हमले पर राहुल ने कहा कि इन्होंने हमारे पार्टी दफ्तर पर हमला बोलकर हमें चैलेंज दिया है। राहुल ने कहा कि लिखकर ले लीजिए कि कांग्रेस गुजरात में चुनाव लड़ेगी और नरेंद्र मोदी और भाजपा को उसी तरह हरा देगी जैसे हमने अयोध्या में किया था। कहा कि कांग्रेस गुजरात जीतेगी और राज्य से एक नई शुरुआत करेगी।
अपने भाषण में पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा की हार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उनके सर्वेक्षणकर्ताओं ने उन्हें ऐसा न करने की सलाह दी। कहा कि ऐसा करने पर वह हार जाएंगे और उनका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा।
राहुल ने कहा कि अयोध्या में बनाए गए हवाईअड्डे में जो जमीन किसानों से लिए गए थे, उनका मुआवजा उन्हें अभी तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या का एक भी व्यक्ति नहीं होने से अयोध्यावासियों में गुस्सा था। इसलिए उन्होंने बीजेपी को यहां हरा दिया।
राहुल गांधी ने बीजेपी को अयोध्या पर घेरते हुए कहा कि राम मंदिर मूवमेंट की शुरुआत आडवाणी जी ने की थी। रथयात्रा की थी। कहा जाता है नरेंद्र मोदी जी ने उस रथयात्रा में आडवाणी जी की मदद की थी। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अडानी-अंबानी जी दिख गए, लेकिन कोई गरीब व्यक्ति नहीं दिखा।