राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों के खिलाफ सबूत जुटा रही है समाजवादी पार्टी.समाजवादी पार्टी विधानसभा में बागी सदस्यों की सदस्यता रद्द करने का आवेदन कर सकती है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में भले ही समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा. लेकिन वो अपनी पार्टी के बागियों को भूली नहीं है, जिन्होंने चुनाव से ठीक पहले पार्टी को दगा दे दिया. लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वालों के खिलाफ अब समाजवादी पार्टी एक्शन लेने की तैयारी कर रही है. बागी विधायक की दलबदल विरोधी कानून के आधार पर सदस्यता के खत्म करने के लिए समाजवादी पार्टी सबूत जुटा रही है.
सपा बागियों की सदस्यता खत्म कराने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को आवेदन दे सकती है. विधानसभा सत्र के दौरान सपा की तरफ से आवेदन दिया जा सकता है. बता दें कि विधायक मनोज पांडेय, अभय सिंह, राकेश प्रताप सिंह, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल, राकेश पांडे और आशुतोष मौर्या ने राज्यसभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विधानसभा के अलावा समाजवादी पार्टी सुप्रीम कोर्ट जाने की भी तैयारी कर रह है. इसके लिए पार्टी कानूनी राय ले रही है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इन बागी विधायकों को पार्टी में वापसी की संभावना से पूरी तरह से इनकार कर दिया है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि जो इन विधायकों की पैरवी करेगा, उनको भी पार्टी से निकाल दिया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक पार्टी का आलाकमान ऐन मौके पर राज्यसभा चुनाव में पाला बदलने और लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रति हमदर्दी दिखाने वाले लोगों से ज्यादा नाराज है. पार्टी पहले यह चाह रही थी कि भाजपा के संग जाने वाले लोग खुद अपनी सदस्यता छोड़ दें. लेकिन किसी भी विधायक ने इस्तीफा नहीं दिया.
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FIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 09:32 IST