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Friday, March 29, 2024

बिधूड़ी के नामांकन के खिलाफ हाई कोर्ट जाएंगे राघव चड्ढा

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नई दिल्ली

साउथ दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी के नामांकन को लेकर ‘आप’ नेता राघव चड्ढा ने ऐतराज जताया और इसे रद्द करने की मांग की, जिसे मंजूर नहीं किया गया। राघव का कहना है कि वह हाई कोर्ट जाएंगे। उनका आरोप है कि रमेश बिधूड़ी ने अपने नामांकन पत्र में कई खास जानकारियां छिपाई हैं, जिनमें पेंडिंग क्रिमिनल केस भी हैं। राघव चड्ढा ने बिहार में दर्ज एक एफआईआर का जिक्र किया है। हालांकि, इसके जवाब में बिधूड़ी ने कहा कि जो एफआईआर बताई गई है, उसकी जानकारी उन्हें नहीं है। वह आज तक बिहार गए ही नहीं। नामांकन के वक्त भी उन्हें इस बारे में कोई खबर नहीं थी। इस मामले में न ही उन्हें पुलिस ने बुलाया, न ही कोर्ट ने समन किया।

बिधूड़ी ने ऐफिडेविट फाइल कर यह भी कहा है कि इस एफआईआर की सत्यता के बारे में वह कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने कहा कि यह आम आदमी पार्टी का षडयंत्र है, क्योंकि उन्हें पता है कि वह हार रहे हैं। इस पर राघव ने कहा है कि वह रिटर्निंग अफसर के नामांकन को गलत तरीके से मंजूर करने के खिलाफ हाई कार्ट जाएंगे। नामांकन पत्र में दस्तावेजों की कमी की शिकायत को लेकर राघव ने बुधवार को साउथ दिल्ली के रिटर्निंग अफसर को पत्र देकर बिधूड़ी का नामांकन रद्द करने की अपील की थी मगर यह खारिज हो गई। आप के राघव चड्ढा और बीजेपी के रमेश बिधूड़ी दोनों ही साउथ दिल्ली से उम्मीदवार हैं।

साउथ दिल्ली के रिटर्निंग अफसर को दी गई शिकायत में राघव ने कहा कि बिधूड़ी ने अपने नामांकन पत्र में अपने खिलाफ दर्ज पेंडिंग क्रिमिनल केसों के विवरण के बारे में नहीं बताया था। खासतौर पर बिहार के मुजफ्फरपुर में आईपीसी धारा 504, 506, 153, 153 ए (धमकाना, बेइज्जत करना वगैरह) में दर्ज केस। राघव ने इस एफआईआर की कॉपी भी दी थी। बिधूड़ी ने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उन्होंने पहले से ही मानहानि का मुकदमा किया है, जिसमें वह बेल पर हैं। शायद इसलिए वह दवाब बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

दिल्ली सरकार का स्टैंडिंग काउंसिल कैसे किसी कैंडिडेट के पक्ष में खड़ा हो सकता है। वह चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करेंगे। राघव का यह भी कहना था कि बीजेपी नेता ने 1 लाख रुपये की एलआईसी की पूरी जानकारी नहीं दी है। इसके जवाब में बिधूड़ी ने कहा है कि यह पॉलिसी पहले ही मैच्योर हो चुकी है, इसलिए इसकी जरूरत नहीं थी। एक पैरा खाली रखने के आरोप में उन्होंने कहा है कि ऐसा नहीं हुआ है, सभी क्रिमिनल केस की जानकारी उन्होंने साफ-साफ दी है।

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