नई दिल्ली
पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी ने कहा कि बैंक ने अपनी गलतियां छिपाने के लिए उसके लग्जरी ब्रांड गीतांजलि जेम्स को बर्बाद कर दिया। चोकसी का कहना है कि भले ही उसे दोषी ठहराया जाना था लेकिन कंपनी के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई का फैसला नहीं लेना चाहिए था। चोकसी का कहना है कि गीतांजलि जेम्स की बैलेंस शीट मजबूत थी और कर्ज के भुगतान का रिकॉर्ड अच्छा था। इसके बावजूद फरवरी 2018 में पीएनबी ने कंपनी पर आरोप लगाए क्योंकि वह अपनी नाकामी छिपाना चाहती थी। जांच एजेंसियों ने गीतांजलि जेम्स पर छापे और जब्ती की कार्रवाई की थी।
चोकसी ने आरोप लगाया है कि गीतांजलि के कर्मचारियों को प्रताड़ित किया गया। कंपनी का स्टॉक और सर्वर जब्त कर लिया गया। इसलिए बकाया की वसूली की संभावनाएं खत्म हो गईं। चोकसी ने सवाल किया है कि मैं दोषी भी था तो किसी ने 12,000 करोड़ के सालाना टर्नओवर और 6,000 कर्मचारियों वाली गीतांजलि जेम्स को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की? उसका यह भी कहना है कि अदालत में दोष साबित नहीं हुआ है ना ही गीतांजलि जेम्स की भूमिका साबित हुई है।
14,000 करोड़ रुपए का पीएनबी घोटाला पिछले साल जनवरी में सामने आया था। मेहुल चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी घोटाले के आरोपी हैं। फ्रॉड सामने आने से पहले भी दोनों देश छोड़कर भाग गए थे। नीरव ब्रिटेन की जेल में है, पिछले महीने उसे गिरफ्तार किया गया था। चोकसी एंटीगुआ में रह रहा है। भारतीय एजेंसियां दोनों के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं।