Pitru Paksha 2024 Pind Daan: पितृपक्ष के दौरान पूजा करते वक्त हर बात का ख्याल रखना जरूरी होता है. ऐसी कुछ खास जगह भी हैं, जहां श्राद्ध की पूजा की जाती है. गया के साथ-साथ आप यूपी के प्रयागराज में भी श्राद्ध की पूजा कर सकते हैं. इससे आपके पूर्वज खुश होंगे और विशेष कृपा बरसेगी.
प्रयागराज में करें पिंडदान
प्रयागराज में गंगा यमुना एवं अदृश्य सरस्वती का मिलन स्थलीय है. इससे बनने वाला संगम दुनियाभर में फेमस है. यहां पर प्रत्येक वर्ष लाखों श्रद्धालु आकर पितृपक्ष के समय पिंडदान करते हैं. इसी को देखते हुए लोकेल 18 ने प्रयागराज में पिंडदान के महत्व को लेकर आचार्य अम्बुज द्विवेदी से बातचीत की. आचार्य अंबुज द्विवेदी ने बताया कि प्रयागराज वो स्थान है, जहां पर अमृत गिरा हुआ था. इसलिए यह स्थान और पवित्र हो जाता है.
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पिंडदान करते वक्त इन बातों का रखें ख्याल
पिंडदान भारत के तीन प्रमुख स्थान प्रयागराज वाराणसी एवं गया में होता है. इस दौरान कुल 47 पिंडदान किए जाते हैं. सबसे पहले पिंडदान प्रयागराज में ही किया जाता है, इसलिए इसे प्रमुख द्वारा माना जाता है. पितृपक्ष में आने वाले श्रद्धालु यहां पर सबसे पहले केश दान करते हैं. तत्पश्चात गंगा में स्नान करते हैं. इसके बाद वह जो से 16 पिंड तैयार करते हैं.
यहां गिरी थी अमृत की बूंदे
शास्त्रों एवं पुराणों में भी ऐसी मान्यता है कि प्रयागराज पर अमृत की बूंदे गिरी थी, इसलिए इस स्थान को पिंडदान के लिए बहुत पवित्र माना जाता है. दूर-दूर से लोग यहां पर पूजा-पाठ कर विशेष आर्शिवराद् प्राप्त करने के लिए आते हैं.
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FIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 11:21 IST
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