देहरादून
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एनआईटी शिफ्टिंग मामले को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं क्योंकि वह चाहते नहीं हैं कि एनआईटी श्रीनगर में ही बने। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की कोशिश रहेगी कि एनआईटी वहां से शिफ्ट न हो। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीनगर में भूमि का चयन काफी पहले ही हो चुका है।
इस मामले में जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए नैनीताल हाईकोर्ट ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव को 15 मई तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए।
खंडपीठ ने 27 मार्च को पहाड़ अथवा मैदान में एनआईटी कैंपस लगाने के लिए 4 स्थान चिन्हित कर कोर्ट को बताने को कहा था लेकिन सरकार ने तय सीमा तक कोर्ट के समक्ष चिन्हित स्थान नहीं बताए। छात्रों के विरोध के चलते एनआईटी के अस्थाई कैम्पस को फिलहाल श्रीनगर गढ़वाल से जयपुर शिफ्ट किया गया है ताकि छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो।