CM ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी) ने गोधरा कांड के चलते इस्तीफा दे दिया था? (एच डी) कुमारस्वामी (जेडीएस के नेता) नरेन्द्र मोदी की सरकार में मंत्री हैं, वे जमानत पर हैं, क्या उन्होंने इस्तीफा दिया है?”
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर दोहराया कि वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) द्वारा उनकी पत्नी को 14 भूखंड आवंटित किए जाने में किसी भी तरह की अनियमितता के आरोपों को भी खारिज कर दिया। सिद्धरमैया ने खुद पर लगे आरोपों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का षड़यंत्र करार देते हुए कहा कि वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
सोमवार को हाई कोर्ट की सिंगल बेंच के आदेश को चुनौती देने के लिए मुख्यमंत्री कर्नाटक उच्च न्यायालय की डबल बेंच में अपील कर सकते हैं। सिंगल बेंच ने मुख्यमंत्री पर मुकदमा चलाने के लिए राज्यपाल की मंजूरी को हरी झंडी दी थी। इसके बाद बुधवार को बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने MUDA भूमि आवंटन “घोटाले” में मुख्यमंत्री के खिलाफ मैसूर में लोकायुक्त पुलिस द्वारा जांच कराने का आदेश दिया था, जिसके साथ ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का रास्ता साफ हो गया।
उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी सिद्धरमैया के इस्तीफे की संभावना से इनकार किया है। दूसरी तरफ, गुरुवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग करते हुए विधान सौधा में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया। विधान सभा और विधान परिषद में विपक्ष के नेता आर अशोक और चालावाड़ी नारायणस्वामी के नेतृत्व में कई पार्टी विधायकों और नेताओं ने तख्तियां लेकर और नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया।
विपक्षी नेताओं ने कहा कि अब तक सिद्धारमैया के खिलाफ दो अदालती आदेश आ चुके हैं, इसलिए उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा, जब हमने पहली बार विधानसभा के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया तो उन्होंने (सीएम और कांग्रेस) इसे राजनीति से प्रेरित बताया और जब राज्यपाल का आदेश आ गया है तो वो कह रहे हैं कि यह केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के इशारे पर हो रहा है। अब उच्च न्यायालय और विशेष न्यायालय ने आदेश दिया है, उन्होंने आरोपों में सच्चाई पाई है और कहा है कि इसकी जांच की जानी चाहिए। इसलिए सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए।
इस पर सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा, “इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है। यह (उनके खिलाफ आरोप) भाजपा की साजिश है।” उन्होंने कहा, “….क्या प्रधानमंत्री (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी) ने गोधरा कांड के चलते इस्तीफा दे दिया था? (एच डी) कुमारस्वामी (जेडीएस के नेता) नरेन्द्र मोदी की सरकार में मंत्री हैं, वे जमानत पर हैं, क्या उन्होंने इस्तीफा दिया है?”
मुख्यमंत्री ने पूछा, “क्या उन्होंने इस्तीफा दिया? क्या वे शर्मिंदा नहीं हैं? मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मैं कानूनी लड़ाई लड़ूंगा।” वहीं शिवकुमार ने कहा, “मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देंगे। यह भाजपा और जनता दल एस की राजनीतिक साजिश है। वे इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि जनता को हमारी पांच गारंटी योजनाओं का लाभ मिल रहा है।” (भाषा इनपुट्स के साथ)