नई दिल्ली. दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में केएल राहुल को ओपनिंग में नहीं भेजना चाहिए. पुजारा को ऑस्ट्रेलिया में खेलने का अनुभव है. उन्होंने कहा कि विस्फोटक युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल वह करने में सक्षम हैं जो डेविड वॉर्नर उस समय करते थे जब अपने खेल के टॉ पर थे. पांच मैच की टेस्ट सीरीज शुक्रवार से पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होगी. पुजारा ने ‘स्टार स्पोर्ट्स प्रेस रूम’ में कहा, ‘मुझे बल्लेबाजी क्रम नहीं पता. मैं उन्हें (राहुल को) नंबर तीन पर पसंद करूंगा क्योंकि उनके पास वहां बल्लेबाजी करने का अनुभव है.’
केएल राहुल (KL Rahul) के युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल के साथ पारी का आगाज करने की उम्मीद है. जबकि कर्नाटक के देवदत्त पडिक्कल को बाएं-दाएं हाथ के बल्लेबाजों का संयोजन बनाए रखने के लिए नंबर तीन पर उतारा जा सकता है. पुजारा ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि टीम बाएं-दाएं हाथ के संयोजन के लिए नंबर तीन पर देवदत्त (पडिक्कल) को प्राथमिकता दे रही है. उन्होंने पांचवें और छठे नंबर तथा मध्य क्रम में बल्लेबाजी की है. पारी का आगाज करने की तुलना में नंबर तीन पर बल्लेबाजी करना आसान होगा. अगर वह नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर सकते हैं तो यह अच्छा होगा.’
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‘भारत के सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में से एक हैं जायसवाल’
भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे पुजारा ने जायसवाल की प्रशंसा की और उनकी बल्लेबाजी की तुलना ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज वॉर्नर से की. पुजारा ने कहा, ‘भारत के सबसे प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में से एक… मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य में उन्हें बहुत कुछ साबित करना होगा. मुझे पता है कि अगर हमें जीतना है तो वह इस सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. उनकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण में से एक होगी. वह वैसी ही भूमिका निभा सकते हैं जैसी डेविड वॉर्नर ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए निभाते थे.’ पुजारा ने कहा कि युवाओं को आत्मविश्वास के साथ और असफलता के डर के बिना खेलना चाहिए.
‘बल्लेबाज के तौर पर आपको अपनी ताकत को समझना होगा’
ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में शॉर्ट-पिच गेंदों से निपटने के बारे में पुजारा ने कहा कि बल्लेबाजों को उन गेंदों की पहचान करनी होगी जिन्हें उन्हें छोड़ना चाहिए. बकौल पुजारा, ‘बल्लेबाज के तौर पर आपको अपनी ताकत को समझना होगा. हम अक्सर हुक शॉट खेलते हैं जिन्हें खेलने में हम सक्षम नहीं होते. भारतीय पिचों पर अधिकतर शॉर्ट-पिच गेंद कंधे के स्तर से नीचे होती हैं. लेकिन ऑस्ट्रेलिया में वे अक्सर कंधे की ऊंचाई से ऊपर होती हैं.’
‘आपके पास कोई तय नियम नहीं हो सकता’
पुजारा ने कहा, ‘बल्लेबाज के तौर पर आपको यह पहचानना होगा कि किन गेंदों को छोड़ना है और किनको खेलना है. कंधों से नीचे की गेंद को आप पुल कर सकते हैं लेकिन आपको शॉट पर नियंत्रण रखना होगा. कभी आप गेंद को छोड़ते हैं तो कभी पुल करते हैं. आपके पास कोई तय नियम नहीं हो सकता – आपको बस गेंद को देखना है और स्थिति के अनुसार खेलना है.’ भारतीय टीम के लिए इस सीरीज में 4 टेस्ट मैच जीतने बेहद जरूरी है. टीम इंडिया अगर ऐसा करने में सफल रही तो वह डब्ल्यूटीसी फाइनल में आसानी से प्रवेश कर जाएगी.
Tags: Cheteshwar Pujara, IND vs AUS, KL Rahul
FIRST PUBLISHED : November 21, 2024, 18:59 IST