जयपुर. शकरकंदी एक स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर कंद है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है. इसे सर्दियों के मौसम में खूब खाया जाता है. यह न केवल ऊर्जा का अच्छा स्रोत है, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं. आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि शकरकंदी में विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम, आयरन, और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है. इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है. इसमें विटामिन ए और सी होते हैं, जो त्वचा को निखारने और बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
शकरकंदी को विभिन्न तरीकों से खाया जा सकता है, और इसे अपने आहार में शामिल करना काफी आसान है. मुख्य रूप से इसे उबालकर खाया जाता है. यह सबसे सरल और पौष्टिक तरीका है, जिसमें पोषक तत्व अच्छी तरह से सुरक्षित रहते हैं. इसके अलावा शकरकंदी को ओवन या तवे पर भूनकर भी खाया जाता है. यह तरीका स्वादिष्ट और स्नैक्स के रूप में बहुत लोकप्रिय है. शकरकंदी की चाट बनाकर भी खाई जाती है. इसमें नींबू, धनिया पत्ती, हरी मिर्च, और चाट मसाला मिलाएं. यह स्वादिष्ट और हेल्दी चाट बनाने का बेहतरीन तरीका है.
इन बातों का रखें ध्यान
आयुर्वेदिक डॉक्टर किशन लाल ने बताया कि शकरकंदी को ज्यादा तेल में फ्राई करने से बचें ताकि इसके पोषक तत्व नष्ट न हों. वहीं इसे उबालने या भूनने के बाद सीधे खाने से अधिक पोषण मिलता है. डॉक्टर ने बताया कि शकरकंदी को संतुलित मात्रा में खाना चाहिए. डायबिटीज के समय इसका उपयोग बहुत कम करें.
शकरकंदी खाने के फायदे
उन्होंने ने बताया कि शकरकंदी विटामिन डी का एक बहुत अच्छा सोर्स है. यह विटामिन दांतों, हड्डियों, त्वचा और नसों की ग्रोथ व मजबूती के लिए आवश्यक होता है. इसके अलावा शकरकंदी में भरपूर मात्रा में आयरन होता है. आयरन की कमी से हमारे शरीर में एनर्जी नहीं रहती, रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है और ब्लड सेल्स का निर्माण भी ठीक से नहीं होता. शकरकंद आयरन की कमी को दूर करने में मददगार रहता है.
इसके अलावा इसमें कैरोटीनॉयड नामक तत्व पाया जाता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है. वहीं इसमें मौजूद विटामिन बी6, डायबिटिक हार्ट डिजीज में भी फायदेमंद होता है. शकरकंद पोटेशियम का एक बहुत अच्छा माध्यम है. यह नर्वस सिस्टम की सक्रियता को सही बनाए रखने के लिए आवश्यक है. साथ ही किडनी को भी स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण योगदान देता है. एंटी- इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो हार्ट डिजीज, कैंसर और गठिया जैसी पुरानी बीमारियों से जुड़ा होता है.
Tags: Health benefit, Health News, Local18, Nagaur News, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : November 26, 2024, 10:50 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.