अहमदाबाद न्यूज़ : वडोदरा महानगर पालिका के आयुक्त कार्यालय के नीचे अंग्रेजी शराब की पांच दर्जन से अधिक बोतलें मिली हैं। प्राथमिक द्रष्टया इसे पालिका के अधिकारियों या सुरक्षागार्ड पर शराब पीकर बोतलें यहां फेंकने की हरकत माना जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला भी अब खुलकर राज्य से शराब बंदी हटाने की वकालत करने लगे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता अतुल गामेची ने शनिवार को वडोदरा महानगर पालिका के आयुक्त कार्यालय के नीचे पड़ी अंग्रेजी शराब की 60 से अधिक खोली बोतलें एकत्र कर मीडिया को बताया कि राज्य में शराबबंदी है लेकिन उसके बावजूद महानगर पालिका के सेवा सदन कार्यालय के नीचे ही पांच दर्जन से अधिक शराब की खाली बोतलें पड़ी मिली है। गामेची का कहना है कि देश की आजादी के बाद से ही गुजरात में गांधीजी के विचारों का पालन करते हुए शराबबंदी को लागू किया गया था लेकिन बीते कुछ वर्ष से राज्य में अब शराबबंदी जैसा कुछ रह नहीं गया है। राज्य में धडल्ले से शराब की बिक्री होती है।
गौरतलब है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला पिछले कुछ दिनों से राज्य से शराबबंदी हटाने की वकालत कर रहे हैं। वाघेला का कहना है कि शराबबंदी से राज्य की तिजोरी को हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान हो रहा है साथ ही नेता व पुलिस अधिकारियों की सांठगांठ से राज्य में जगह जगह अवैध शराब का कारोबार चल रहा है। वाघेला सीधे आरोप लगाते हैं कि राज्य की जनता को अंग्रेजी शराब की दो से तीन गुना कीमत चुकानी पड़ रही है वहीं गरीब व्यक्ति देशी जहरीली शराब पीकर अकाल मौत मर रहा है। वाघेला ने यह भी ऐलान किया है कि लॉकडाउन की समाप्ति के साथ ही वे गुजरात में शराबबंदी हटाने के लिए एक जनमत कराएंगे, उनका मानना है कि राज्य के अधिकांश युवा व लोग इस तरह की कागजी शराबबंदी के पक्ष में नहीं हैं।