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Wednesday, June 18, 2025

टेंशन है, बैठने का तरीका खराब है, कमर में दर्द है तो बस आज से शुरू कर दें यह योगासन, सारी परेशानियों का है एक समाधान

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How to do Cobra Pose : रेगुलर एक्सरसाइज और वर्कआउट से हमें फिट और फाइन रहने में बहुत मदद मिलती है. इससे न सिर्फ सेहत (Health Tips)  में सुधार होता है बल्कि बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है. बॉडी जितनी ज्यादा फ्लेक्सिबल होगी, चोट लगने का खतरा उतना ही कम रहता है. एक्सरसाइज की मदद से ही हेल्थ से संबंधित कई तरह की समस्याओं से भी बचा जा सकता है. कई योगासन बॉडी (Yog for health) की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाने काम करते हैं. इनमें एक प्रमुख योगासन है भुजंगासन या कोबरा पोज (Cobra pose benefits). आइए जानते हैं किस तरह की समस्याओं में भुंजगासन हो सकता है लाभदायक और कैसे करना चाहिए कोबरा पोज.

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पॉश्चर बेहतर करने के लिए

आज की लाइफ स्टाइल में अधिकतर लोग लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं. घंटों एक ही जगह बैठकर डेस्क जॉब करने की वजह से अधिकतर लोगों को खराब पॉश्चर की समस्या होती है. कमर और गर्दन आगे की ओर झुक जाती है.  इसके कारण हेल्थ से संबंधित कई परेशानियां होने लगती है. नियमित रूप से भुजंगासन करने से पॉश्चर सुधारने में मदद मिलती है. इससे बॉडी का बैंलेस बेहतर होता है.

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टेंशन कम करने के लिए

भुंजगासन तनाव को कम और मैनेज करने में मदद करता है. भुंजगासन करने से बॉडी को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होता है जिससे ब्रेन को रिलैक्स होने में मदद मिलती है और टेंशन कम होता है. मन में पॉजिटिविटी आती है और मन शांत हो जाता है.

फ्लैट बैक पॉश्चर में सुधार

कुछ लोगों को फ्लैट बैक पॉश्चर की परेशानी होती है. स्पाइन के नेचुरल कर्व के खो जाने से बैलेंस बनाए रखने में परेशानी आने लगती है. भुजंगासन इस तरह के पॉश्चर में सुधार करने में मदद कर सकता है. रेगुलरी भुजगांसन करने से स्पाइन के नेचुरल कर्व में सुधार आने लगता है.

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ऐसे करें भुजंगासन

योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं और बॉडी को रिलैक्स कर लें. अब दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी बनाए और दोनों हाथों को अपनी छाती के पास लाते हुए जमीन पर हथेलियों के बल टिका लें. अब गहरी सांस लेते हुए हथेलियों पर दबाव बनाते हुए छाती से ऊपर के शरीर का उठाएं और ऊपर को ओर देखें. इस समय पेट जमीन पर ही टिका होना चाहिए. अब सांस को रोक कर रखें और इसी अवस्था में रहें. सांस छोड़ते हुए वापस योग मैट पर लेट जाएं. इस प्रक्रिया को क्षमतानुसार दस से बीस बार दोहराएं.

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