3.6 C
Munich
Friday, April 26, 2024

केन्द्र में सत्ता परिवर्तन तय, लोग अघोषित आपातकाल से मुक्ति के पक्ष में : मुनीष तिवारी

Must read

जालंधर

केन्द्र में पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की सरकार में 28 अक्तूबर 2012 से 26 मई 2014 तक केन्द्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में अपनी छाप छोडऩे तथा कांग्रेस प्रवक्ता के रूप में राष्ट्रीय राजनीति में छाए रहने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता मुनीष तिवारी को कांग्रेस ने श्री आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। तिवारी ने कहा कि कैप्टन सरकार ने पंजाब से डर का माहौल खत्म किया, नशों की सप्लाई लाइन तोड़ी, प्रियंका के आने से कांग्रेस कार्यकत्र्ताओं का मनोबल बढ़ा है। तिवारी 1998 से 2003 तक यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे तथा उससे पहले 1986 से 1993 तक एन.एस.यू.आई. के प्रधान भी रहे। मुनीष शहीद परिवार से संबंध रखते हैं तथा उनके पिता प्रो. तिवारी ने देश की एकता व अखंडता के लिए अपनी आहुति दी थी। उनके नाना तीर्थ सिंह गुरम प्रजामंडल लहर में अग्रणी रहे तथा 1991 में पंजाब में पहली पैप्सू सरकार में मंत्री रहे। 1972 तक राज्य में बनने वाली प्रत्येक सरकार में उनके नाना मंत्री रहे तथा वह महलकलां तथा धूरी विधानसभा हलकों का प्रतिनिधित्व करते रहे। तिवारी से आज देश व पंजाब की राजनीतिक स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा की गई, जिनके प्रमुख अंश निम्रलिखित हैं।

मेरा आंकलन है कि केन्द्र में सत्ता परिवर्तन तय है तथा लोग खामोश हैं परन्तु वे मोदी सरकार को हटाने के पक्ष में हैं। लोग बदलाव चाहते हैं तथा इस समय मोदी सरकार द्वारा देश में लागू अघोषित आपातकाल को जनता सदैव के लिए खत्म करने जा रही है। मोदी सरकार ने अपने 5 वर्षों में नोटबंदी व जी.एस.टी. को लागू करके देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुक्सान पहुंचाया। डा. मनमोहन सिंह ने स्वयं संसद में बोलते हुए कहा था कि नोटबंदी के कारण 3 लाख करोड़ का भारतीय अर्थव्यवस्था को नुक्सान पहुंचा है। अभी तीन चरण पूरे हुए हैं तथा दो चरण और पूरे होने के बाद मई मध्य तक पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। लोगों को 2014 में मोदी से उम्मीदें थीं जो बुरी तरह से धराशायी हो गई। यह मोदी सरकार के लिए खतरे की घंटी है। 2014 में लोगों ने बढ़-चढ़ कर मोदी के पक्ष में वोटें डाली थीं, जिस कारण मतदान प्रतिशत काफी अधिक रहा परन्तु अब लोग मोदी को वोट नहीं दे रहे हैं क्योंकि देश में अच्छे दिन तो आए ही नहीं। सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी व भ्रष्टाचार का है। मोदी सरकार ने 5 वर्षों में 10 करोड़ नौकरियां देने का वायदा किया था, जिसमें वह खरी नहीं उतरी। इसी तरह से राफेल विमान सौदे में हुए गड़बड़ी के कारण मोदी सरकार की साख गिरी है। कांग्रेस न्यूनतम आमदन गारंटी योजना जनता के सामने रखी है, जिस कारण गरीब वर्ग का झुकाव कांग्रेस की तरफ बढ़ा है।

नोटबंदी से छोटे दुकानदार व व्यापारी का तो रोजगार ही उजड़ गया। किसानों को भारी नुक्सान झेलना पड़ा। असंगठित क्षेत्र को भारी नुक्सान हुआ। अर्थव्यवस्था कमजोर हुई। केन्द्र सरकार पैट्रोल व डीजल के दामों पर नियंत्रण पाने में सफल नहीं हो सकी। मोदी सरकार 5 वर्षों में कांग्रेस नेताओं के विरुद्ध अपनी जांच एजैंसियों का दुरुपयोग करती रही। यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है। राहुल के साथ प्रियंका गांधी भी कांग्रेस का प्रचार कर रही है, इसका कितना असर पड़ा।प्रियंका के चुनावी प्रचार मैदान में कूदने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा हुआ है। प्रियंका की मांग देश भर से आ रही है। मुख्य तौर पर यह चुनाव केन्द्र सरकार बनाने के मुद्दे पर लड़े जा रहे हैं। फिर भी पंजाब में अकालियों के कुशासन को लोग भूले नहीं है। अकाली दल विभिन्न टुकड़ों में विभाजित हो गया है, यही स्थिति आम आदमी पार्टी की बनी हुई है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में अपनी छाप जनता पर छोड़ी है।

कैप्टन अमरेन्द्र सिंह सरकार ने सबसे पहले बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति पर काबू पाया। पंजाब से डर का माहौल खत्म किया गया है। गैंगस्टर्स व गुंडा तत्वों पर पूरी रोक लगा दी गई है। ड्रग की सप्लाई लाइन तोड़ दी गई है। लोगों के अंदर सरकार के प्रति भरोसा पैदा हुआ है। कैप्टन सरकार ने छोटे किसानों के दो-दो लाख रुपए के ऋण माफ किए तो दूसरी तरफ इंडस्ट्री को 5 रुपए प्रति यूनिट बिजली दी जा रही है। कैप्टन सरकार के पास अभी 35 महीनों का समय और शेष है, जिसमें सरकार अपनी सभी चुनावी वायदों को पूरा करेगी।

आनंदपुर साहिब संसदीय क्षेत्र में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। मौजूदा सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा नौजवानों को रोजगार दिलवाने में विफल हुए। इसी तरह से बी.एम.बी.बी., नंगल में एन.एफ.एल. के मुद्दे भी हैं, जिनमें चंदूमाजरा की विफलता सबके सामने है। चंदूमाजरा वास्तव में विकास के मुद्दे पर चल नहीं सके। मेरी प्राथमिकता रहेगी कि एक महत्वपूर्ण इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर श्री आनंदपुर साहिब क्षेत्र में बनवाया जाए। इसी तरह से इस क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के रूप में भी उभारा जाएगा। चंडीगढ़ एयरपोर्ट समीप है, इसलिए श्री आनंदपुर साहिब को औद्योगिक तौर पर मजबूत करना आसान रहेगा। मैं इस पर कोई भी टिप्पणी करना नहीं चाहूंगा। इतना जरूर कहूंगा कि सिखों की काली सूची को खत्म करवाने में भी चंदूमाजरा असफल रहे। उनकी कथनी व करनी में अंतर जनता के सामने है। लुधियाना में सांसद रहते हुए मैंने साहनेवाल एयरपोर्ट को शुरू करवाया। इसी तरह से लुधियाना शताब्दी एक्सप्रैस मैंने चलवाई थी। पंजाब में पावर कार्पोरेशन को 1800 करोड़ का ऋण डा. मनमोहन सिंह सरकार से दिलवाया था। प्रधानमंत्री सड़क ग्राम योजना के तहत 1500 करोड़ रुपए से सड़कों का निर्माण करवाया गया। इसी तरह से बुड्ढा नाला के लिए केन्द्र से 50 करोड़ की राशि दिलवाई थी। लुधियाना में टैक्सटाइल पार्क भी केन्द्र से मंजूर करवाया था।

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article