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Friday, March 29, 2024

पंजाब में भाजपा असमंजस में, उम्मीदवार तय नहीं हुए

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लुधियाना

लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में चुनावी नोटीफिकेशन जारी होने का समय निकट आ गया है परंतु पंजाब भाजपा अभी तक अपनी 3 लोकसभा सीटों अमृतसर, गुरदासपुर तथा होशियारपुर के लिए उम्मीदवार तय नहीं कर सकी है। इन सीटों पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार पहले ही घोषित कर चुकी है परन्तु भाजपा के अंदर उम्मीदवार तय करने के मामले को लेकर अंदरूनी जंग तेजी से चल रही है। इन तीनों सीटों पर भाजपा के पास एकमत उम्मीदवार अभी तक सामने नहीं आए हैं जिससे पार्टी की छवि पर असर पड़ता दिखाई दे रहा है।

पंजाब में यद्यपि भाजपा का अकाली दल के साथ गठबंधन काफी लम्बे समय से चला आ रहा है पर हर बार लोकसभा चुनाव के समय पार्टी अपने उम्मीदवारों को लेकर दुविधा में ही फंसी रहती है। अमृतसर में नवजोत सिद्धू द्वारा भाजपा को अलविदा कहने के बाद पार्टी पिछले कुछ समय में अपना कोई मजबूत चेहरा आगे नहीं ला सकी। वाजपेयी के समय सिद्धू को अमृतसर में लांच किया गया था जिन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता रघुनंदन लाल भाटिया को भी पराजित कर दिया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने अरुण जेतली को चुनावी मैदान में उतारा था परन्तु मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने जेतली को चुनाव में पराजित कर दिया था।

कैप्टन द्वारा भाजपा को दी गई शिकस्त के बाद से पार्टी के नेताओं का मनोबल गिरा। उसके बाद से भाजपा की स्थिति लगातार गिरती चली गई। गुरदासपुर में स्व. वाजपेयी ने फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना को चुनावी मैदान में उतारा जिन्होंने लगातार जीतती आ रही सुखबंस कौर ङ्क्षभडर को पराजित कर दिया था। विनोद खन्ना के देहांत के बाद भाजपा गुरदासपुर में भी पूरी तरह से कटी हुई दिखाई दे रही है तथा इसके स्थानीय नेताओं के अंदर मतभेद चरम सीमा पर हैं। पिछले 2 दशकों में पार्टी स्थानीय स्तर पर किसी भी मजबूत चेहरे को आगे लाने में सफल नहीं हो सकी।

होशियारपुर में भी भाजपा के हालात ऐसे ही दिखाई दे रहे हैं। मौजूदा भाजपा सांसद विजय सांपला जोकि केंद्रीय मंत्री हैं, को लेकर भी पार्टी आश्वस्त नहीं है क्योंकि पार्टी नेताओं का मानना है कि सांपला की लोकप्रियता पिछले 5 वर्षों में निम्र स्तर पर आ गई है। उनके स्थान पर इस समय सोम प्रकाश का नाम भी भाजपा क्षेत्रों में चल रहा है। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए मौजूदा लोकसभा चुनाव भाजपा के लिए शुभ संकेत कम-से-कम पंजाब में माने नहीं जा रहे हैं। भाजपा उम्मीदवारों का ऐलान न होने से कार्यकत्र्ताओं में असमंजस की स्थिति पाई जा रही है जबकि कांग्रेस उम्मीदवारों ने इन तीनों लोकसभा हलकों में अपना कार्य शुरू भी कर दिया है।

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