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Saturday, November 30, 2024

बिहार के लड़के ने ऑस्ट्रेलिया का निकाला दम, एक साथ दिखाता है सचिन-सहवाग का टैलेंट! पिता मानते हैं तपस्या का फल

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पटना: महज 13 साल की उम्र में बिहार का एक लड़का करोड़पति बन गया. आईपीएल के मालिकों ने इस छोटे से बच्चे पर पैसों की बारिश कर दी. लिहाजा पिछले 24 घंटे से लगातार वैभव सूर्यवंशी सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. लोग जानना चाह रहे हैं कि आखिर कौन हैं ये वैभव जिसके लिए आईपीएल की टीमों ने झोली खोल दी. क्रिकेट के एक्सपर्ट वैभव में एक साथ सचिन और सहवाग का टैलेंट देखते हैं. वो शांत होने के साथ साथ आक्रमक बल्लेबाज़ हैं.

दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच इस बच्चे को खरीदने के लिए होड़ लग गई. देखते ही देखते 30 लाख की बेस प्राइस 1.1 करोड़ तक पहुंच गई. वो राजस्थान रॉयल्स की टीम में पहुंच गए. आमतौर पर अच्छे मौके की तलाश में बिहार के क्रिकेटर बंगाल और दिल्ली भाग जाते हैं. लेकिन वैभव ने अपनी प्रतिभा से संदेश दे दिया है कि अच्छे टैलेंट को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. ये नए युग का बिहार है.

5 साल की उम्र में थामा बल्ला
दुनिया भले ही वैभव सूर्यवंशी को आज जानने लगी है. लेकिन लोकल 18 ने इस प्रतिभा की कहानी इस साल जनवरी में ही आप तक पहुंचाई थी. खुद उनके पिता ने बताया था कि कैसे उन्होंने महज पांच साल की उम्र में बेटे के हाथ में बल्ला थमा दिया और आज वो हर किसी के लिए आंखों का तारा बन गया है. वैभव समस्तीपुर के ताजपुर निवासी उमेश प्रसाद सिंह का पौते और पूर्व क्रिकेटर संजीव सूर्यवंशी के दूसरे बेटे हैं.

सुबह एक घंटे ट्यूशन
पिता संजीव ने कहा,  ‘ मैं शुरुआत के 2 साल वैभव को घर में प्रैक्टिस करवाता था. शुरू से ही वो लेदर बॉल से प्रैक्टिस करता आया है. पांच साल की उम्र से वैभव ने सीखना शुरू कर दिया. दिन भर प्रैक्टिस करता है. सुबह एक घंटे ट्यूशन जाने के बाद लगातार पूरे प्रैक्टिस करता रहता है. दोपहर में दो घंटे आराम करता है और फिर से प्रैक्टिस में लग जाता है.

मां की तपस्या
वैभव के पिता ने कहा कि ये उसकी मां की तपस्या है कि आज उसका बेटा क्रिकेट की दुनिया में पहचान बना रहा है. पिता संजीव सूर्यवंशी बताते हैं कि वैभव के कोच पूर्व रणजी खिलाड़ी मनीष ओझा और इसकी मां का बहुत बड़ा सहयोग है. पिता संजीव ने कहा, ‘वैभव की मां सुबह तीन बजे जग जाती थी ताकि खाना पीना खिलाकर उसे तैयार किया जा सके.

एक साल में 49 शतक
वैभव के पिता बताते हैं कि वैभव ने साल 2023 में बड़े-बड़े टूर्नामेंट में 49 शतक और 3 दोहरा शतक लगाकर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसके अलावा हेमन ट्रॉफी में मात्र 13 साल की उम्र में वैभव ने लीग और सुपर लीग मिलाकर सबसे ज्यादा 670 रन बनाया जिसमें 3 शतक और 3 अर्धशतक शामिल थे.

रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड
समस्तीपुर के रहने वाले वैभव ने इस साल भी अपनी ताबड़तोड़ बैटिंग से तहलका मचा रखा है. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया अंडर-19 टीम के खिलाफ सिर्फ 58 गेंदों पर शतक लगाया. महज 13 साल 187 दिनों की उम्र में सेंचुरी ठोक कर उन्होंने इतिहास रच दिया. इससे पहले ये रिकॉर्ड बांग्लादेशी बल्लेबाज के नाम था. इसके अलावा उन्होंने एक और अंडर 19 टूर्नामेंट में 332 रनों की शानदार पारी खेली.

Tags: Cricket news, IPL, Local18



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